Himachal Health Services: पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में प्रति तीन लोगों पर सिर्फ एक डॉक्टर है, जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के मुताबिक प्रति हजार लोगों पर एक डॉक्टर होना चाहिए. हिमाचल प्रदेश में डॉक्टरों की सबसे ज्यादा कमी जिला ऊना में है. यहां 31 जनवरी 2024 की अनुमानित जनसंख्या 6 लाख 30 हजार 650 जनसंख्या पर डॉक्टरों की संख्या केवल 118 है. जिला ऊना की जनसंख्या हिमाचल की कुल जनसंख्या का 7.87 फीसदी हिस्सा है. यहां प्रति हजार लोगों पर डॉक्टरों की संख्या 0.19 है. वहीं, कम जनसंख्या होने के चलते जिला लाहौल स्पीति की स्थिति सबसे अच्छी है. यहां की कुल जनसंख्या 29 हजार 526 है और डॉक्टरों की संख्या 47 है. इस तरह हिमाचल प्रदेश की कुल जनसंख्या में जिला लाहौल स्पीति का योगदान 0.37 है और यहां प्रति हजार लोगों पर डॉक्टरों की संख्या 1.59 है. हिमाचल प्रदेश की कुल अनुमानित 80 लाख 16 हजार 691 की जनसंख्या पर डॉक्टरों की संख्या 2 हजार 677 है. यह प्रति हजार लोगों पर 0.33 डॉक्टर की औसत बनती है. शिमला में 9 लाख की ज्यादा से जनसंख्या पर 735 डॉक्टरइसी तरह अगर प्रदेश के अन्य जिलों के आंकड़ों पर नजर डालें, तो बिलासपुर में जनसंख्या 4 लाख 41 हजार 398 और डॉक्टरों की संख्या 98 है. इस तरह यहां प्रति हजार लोगों पर 0.22 डॉक्टर है. चंबा की जनसंख्या 6 लाख 3 हजार 737 और डॉक्टरों की संख्या 129 है. हमीरपुर की 5 लाख 14 हजार 643 जनसंख्या के लिए 152 डॉक्टर हैं. यहां प्रति हजार लोगों पर डॉक्टरों की संख्या 0.30 है. किन्नौर में जनसंख्या 92 हजार 147 और डॉक्टरों की संख्या 62 है. इस तरह यहां प्रति हजार लोगों पर 0.67 डॉक्टर हैं. जिला कुल्लू में जनसंख्या 5 लाख 21 हजार 408 और डॉक्टरों की संख्या 110, मंडी में 11 लाख 40 हजार 803 जनसंख्या पर 356 डॉक्टर, शिमला में 9 लाख 47 हजार 179 जनसंख्या पर 735 डॉक्टर, सिरमौर में 6 लाख 36 हजार 207 जनसंख्या पर 144 डॉक्टर और सोलन में 6 लाख 9 हजार 967 जनसंख्या पर 187 डॉक्टर हैं. यह जानकारी हिमाचल प्रदेश विधानसभा में अतारांकित प्रश्न संख्या 645 के जवाब में मिली है. राज्य सरकार को नए डॉक्टरों की भर्ती की जरूरतहिमाचल प्रदेश में नए डॉक्टरों को भर्ती करने की गति भी बेहद धीमी है. वीरवार को बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नए डॉक्टरों की भर्ती का भी जिक्र किया था. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने वक्तव्य में बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा था कि राज्य सरकार जल्द ही नए डॉक्टरों की भर्ती करेगी. उन्होंने नए डॉक्टरों की भर्ती की राह में आर्थिक बदहाली की परेशानी की बात कही. इससे पहले भी मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश में डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने और उनके काम के घंटे काम करने की बात कह चुके हैं.