हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के बालूगंज थाना अंतर्गत उपनगर टूटू के समीप बनुट्टी क्षेत्र में दिवाली की रात तीन दुकानों में अचानक आग लगने से लाखों रुपये का नुकसान हो गया. यह घटना रात करीब साढ़े तीन बजे हुई है. आग मोतीलाल के एकमंजिला मकान में बनी तीन दुकानों में लगी, जो कुछ ही मिनटों में भयानक रूप ले चुकी थी.
 
दुकानों में मोबाइल, एलईडी, डी-फ्रिज, स्टेशनरी और घरेलू उपयोग की वस्तुएं रखी थीं, जो पूरी तरह से जलकर राख हो गईं. प्रारंभिक अनुमान के अनुसार करीब 20 लाख रुपये की संपत्ति जलकर नष्ट हो गई, जबकि दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई से एक करोड़ रुपये की संपत्ति को जलने से बचा लिया गया.

दमकल विभाग मौके पर मौजूद

आग लगने की सूचना मिलते ही फायर स्टेशन तिलक नगर और मॉल रोड शिमला से दमकल विभाग की दो वॉटर ब्राउजर और एक संयुक्त कार्बन डाईऑक्साइड व फोम वाटर टेंडर की टीम मौके पर पहुंची. करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया. इस दौरान पास की 22 दुकानों और दो मकानों को सुरक्षित बचा लिया गया.
 
आग बुझाने में कुल 18 अग्निशामक कर्मियों ने हिस्सा लिया. इनमें एक सब फायर ऑफिसर, दो लीडिंग फायरमैन, छह फायरमैन, छह होमगार्ड और तीन चालक शामिल रहे. सभी कर्मी आज सुबह 7:15 बजे वापस लौटे. गनीमत रही कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
 
इस बीच दुकानदारों ने आरोप लगाया है कि यह आग शरारती तत्वों द्वारा लगाई गई है. उनका कहना है कि दुकान मालिक और किरायेदारों के बीच पिछले कुछ समय से दुकानों को खाली कराने को लेकर विवाद चल रहा था, जो अदालत में विचाराधीन है. दुकानदारों का आरोप है कि इसी रंजिश के चलते दुकानों को आग के हवाले किया गया. उन्होंने प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है.