Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu)  पिछले कुछ दिनों में बार-बार यह दोहराते रहे हैं कि उनकी सरकार स्थिर है और पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी. वहीं, सुक्खू सोमवार को अपने सरकार की स्थिरता से जुड़े सवाल से बचते नजर आए. जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि विपक्षी नेता कह रहे हैं कि यह सरकार अस्थिर है और जल्द ही गिर जाएगी तो सीएम सुक्खू ने सवाल से बचने की कोशिश करते हुए कहा कि यह बात बीजेपी (BJP) नेताओं से ही पूछें.


सीएम शिमला में रिवर राफ्टिंग चैंपियनशिप को हरी झंडी दिखाने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे. दरअसल, रविवार को नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने इस बात के संकेत दिए थे राज्य में सरकार बदलेगी और साथ ही बीजेपी के कार्यकर्ताओं को इसके लिए तैयार रहने को कहा था. उनसे यह भी कहा था कि आने वाले दिनों में कुछ भी हो कसता है. जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के लिए सत्ता में बने रहना मुश्किल है क्योंकि हिमाचल प्रदेश के राजनीतिक हालात कांग्रेस के लिए विकट हैं. 


बहस के बाद बीच में बैठक छोड़ गए दो मंत्री
दरअसल, शनिवार को कैबिनेट की बैठक में हाई ड्रामा देखने को मिला जब जोरदार बहस के बाद राजस्व मंत्री जगत नेगी बीच में ही बैठक छोड़कर चले गए और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर भी बाहर निकल गए. हालांकि बाद में दोनों ने यह कहा कि उनके कुछ पूर्व तय कार्यक्रम थे. जबकि रोहित ठाकुर को डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने समझाया जिस वजह से वह बैठक में वापस लौट आए. दरसअल, राज्यसभा के चुनाव में कांग्रेस के छह विधायकों की क्रॉस वोटिंग के बाद यहां राजनीतिक संकट गहराया हुआ है. विधानसभा स्पीकर ने इन छह विधायकों को निष्कासित कर दिया है. इन छह के अलावा तीन अन्य निर्दलीय ने बीजेपी के प्रत्याशी हर्ष महाजन के समर्थन में वोट किया था. बताया जा रहा है कि कांग्रेस के  बागी विधायक अपनी लंबित मांगों के पूरा न होने का कारण नाराज चल रहे थे. 


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