हिमाचल प्रदेश में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा है कि नए पुलिस गश्ती वाहनों पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की तस्वीरें लगाना करदाताओं के पैसे का 'दुरुपयोग' है. भाजपा के मुख्य प्रवक्ता राजिंदर सिंह राणा ने एक बयान में कहा कि सरकार अपराध को नियंत्रित करने में विफल रही है और उसकी प्राथमिकता 'आत्मप्रचार' है.
उन्होंने सवाल किया कि क्या यह कदम मुख्यमंत्री की अपनी दिमागी उपज है या उन नौकरशाहों की सोच है जो उन्हें खुश करना चाहते हैं.
चार नवम्बर को किया था उद्घाटन
सुक्खू ने चार नवंबर को दस जिलों में 18.42 करोड़ रुपये की लागत से खरीदे गए 66 गश्ती वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. इन जिलों में शिमला, मंडी, कांगड़ा, हमीरपुर, ऊना, बिलासपुर, कुल्लू, सिरमौर, सोलन और चंबा शामिल हैं.
राज्य में अपराध बढ़ने का आरोप
राणा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में शांति का वास माना जाता है और आज यह ‘गैंग वॉर’ तथा नशीले पदार्थों के चंगुल में फंसा हुआ है. उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले तीन वर्षों के दौरान राज्य की छवि धूमिल हुई है, जिसे सुधारने में वर्षों लग जाएंगे.
उन्होंने कहा कि स्थिति इतनी भयावह हो गई है कि ऊना और बिलासपुर जैसे जिलों में गोलीबारी आम बात हो गई है और युवा नशे की गिरफ्त में हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के कमजोर होने के कारण अपराधियों में कानून का कोई डर नहीं है.
बता दें कि मुख्यमंत्री द्वारा अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था की बेहतरी के लिए पुलिस को वाहन सौंपे थे, जिसके बाद अब भाजपा ने इस पर राजनीति शुरू कर दी है. बीजेपी के आरोपों पर अभी कांग्रेस पार्टी या सरकार की तरफ से कोई जबाब नहीं आया है, लेकिन बीजेपी के तेवर इस मुद्दे को अभी और आगे ले जाने के दिख रहे हैं.वो इस मुद्दे पर जनता के बीच भी जा सकती है.