Himachal Lok Sabha Elections 2024: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के खिलाफ कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व हमीरपुर से डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की बेटी डॉ. आस्था अग्निहोत्री को चुनाव मैदान में उतारने की सोच रहा था. इस बारे में सोशल मीडिया में भी अटकलों और चर्चाओं का दौर चल पड़ा था, लेकिन डॉ. आस्था अग्निहोत्री ने इन अटकलों पर विराम लगा दिया है.


मां के निधन के बाद शोक से जूझ रही डॉ. आस्था ने स्पष्ट कर दिया है कि वो चुनाव नहीं लड़ेंगी. डॉ. आस्था के फैसले को उनके पिता और हिमाचल के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है.






कांग्रेस हाईकमान को विनम्रतापूर्वक इनकार


मुकेश अग्निहोत्री ने लिखा, ''डॉ. आस्था अग्निहोत्री ने चुनाव लड़ने से किया कांग्रेस हाईकमान को विनम्रतापूर्वक इनकार. कहा- मां प्रोफेसर सिम्मी अग्निहोत्री के बिना जीने का रास्ता तलाश रही हूं, मां ने ये राजनीतिक सल्तनत खड़ी की, उनकी यादों से जूझ रही हूं. इस दु:खद घड़ी में लोकसभा या विधानसभा जाने की लालसा नहीं है.''


''राजनीति से ऊपर मेरी मां की अनगिनत स्मृतियों ने मुझे भीतर से तोड़ दिया है. पापा भी बोल्ड फेस रख रहे हैं, लेकिन हकीकत मैं जानती हूं. यह समय मां को श्रद्धासुमन अर्पित करने का है और चुनाव लड़ने का कतई नहीं है. इसलिए प्रस्ताव करने के लिए सभी का आभार.''


विदेश में उच्च शिक्षित हैं आस्था


डॉ. आस्था अग्निहोत्री ने विदेश में पढ़ाई की है. वे लंदन की क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ लॉ की डिग्री हासिल कर चुकी हैं. उन्होंने हिमाचल यूनिवर्सिटी से अपनी बीएलएलबी (ऑनर्स) किया है. डॉ. आस्था ने हेग अकादमी ऑफ इंटरनेशनल लॉ हॉलैंड से अंतरराष्ट्रीय कानून पर शीतकालीन पाठ्यक्रम पूरा किया है. उनकी स्कूली शिक्षा विश्व विख्यात सनावर स्कूल से हुई है.


हरोली में पति के सियासी सफर की साथी थी सिम्मी


हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में अध्यापन कार्य से जुड़ी प्रोफेसर सिम्मी अग्निहोत्री अपने पति मुकेश अग्निहोत्री के सियासी सफर में खूब सक्रियता से साथ देती थीं. हरोली विधानसभा में प्रचार के अलावा वे जन संपर्क में व्यस्त रहती थीं. मां चिंतपूर्णी के प्रति आस्था रखने वाली प्रोफेसर सिम्मी चुनाव में जीत के बाद मां के धाम तक पैदल यात्रा किया करती थीं. फरवरी महीने की नौ तारीख को सिम्मी का अकस्मात देहांत हो गया था. डॉ. आस्था डिप्टी सीएम की इकलौती संतान हैं. मां की स्मृति में उन्होंने हाल ही में चिंतपूर्णी मंदिर तक पैदल यात्रा की थी.


सिम्मी के देहांत से टूट कर रह गया परिवार


डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री पत्नी की मौत के बाद टूटकर रह गए हैं. इस बीच सियासी जिम्मेदारियों ने मुकेश अग्निहोत्री को बाध्य कर दिया है कि वो सार्वजनिक जीवन में वापस लौटें, लेकिन उनका ध्यान स्वाभाविक रूप से बेटी में लगा रहता है. हरोली विधानसभा की जनता भी दु:ख की घड़ी में अपने विधायक व नेता के साथ है.


इसी बीच कांग्रेस हाईकमान व पार्टी के एक वर्ग की तरफ से ये प्रस्ताव आया कि आस्था अग्निहोत्री को हमीरपुर सीट से चुनाव मैदान में उतारा जाना चाहिए. आस्था पहले भी अपने पिता के चुनाव प्रबंधन से जुड़ी रही हैं. वे जनता के बीच भी रहती हैं. मां के साथ वे पिता की राजनीतिक यात्रा में सहयोग करती रही हैं, लेकिन पिता मुकेश अग्निहोत्री अभी इस पक्ष में नहीं हैं कि बेटी राजनीति में आए.


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