Himachal Monsoon: हिमाचल प्रदेश में बीते करीब 24 घंटे से हो रही बारिश ने तबाही मचा दी है. भारी बारिश की वजह से नदी-नाले उफान पर हैं. मूसलाधार बारिश की वजह से सतलुज नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है. सतलुज नदी के जलस्तर बढ़ने के बाद नाथपा बांध से एक हजार 500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. जल स्तर बढ़ने के बाद प्रबंधन कंपनी सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड की ओर से 1 हजार 500 क्यूसेक पानी छोड़ने का फैसला लिया गया. नाथपा बांध से पानी छोड़ने के बाद नदी का जल स्तर और ज्यादा बढ़ने की संभावना है. इस बीच प्रबंधन की ओर से लोगों से नदी और नालों के नजदीक न जाने की अपील की गई है.


आम जन जीवन अस्त-व्यस्त 
सतलुज नदी के अलावा रावी और ब्यास नदी भी उफान पर हैं. लगातार हो रही बारिश की वजह से आम जन जीवन अस्त-व्यस्त हुआ है. भारी बारिश ने नदी पर बने कई पुराने पुलों को भी तबाह कर दिया. भारी बारिश की वजह से पहले औट पुल और फिर 100 साल पुराना पंडोह पुल भी टूट गया. इसके अलावा मनाली में भारी बारिश की वजह से कई दुकानें नदी के उफान में बह गई. जिला मंडी का प्रसिद्ध पंचवक्त्र मंदिर भी आधा पानी में डूब चुका है.


10-11 जुलाई को विंटर क्लोजिंग स्कूल बंद
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की मानें, तो आने वाले 24 घंटे भी प्रदेश भर के कई हिस्सों में भारी बारिश और गर्जन की संभावना है. इस दौरान लोगों से एहतियात बरतने की अपील की गई है. भारी बारिश की वजह से स्कूली बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने 10-11 जुलाई को विंटर क्लोजिंग स्कूलों को बंद करने का भी फैसला लिया है. इसके अलावा विश्वविद्यालय और कॉलेज भी बंद रहेंगे.