हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस विधायक और पहलवान विनेश फोगाट ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 'गुंडे-बदमाशों' के हाथों में कुश्ती दे दिया गया. उन्होंने कहा कि सरकार बहुत सारे दावे कर रही है कि हमने खेलों के लिए बहुत कुछ किया है. लेकिन ये बताते हुए दुख हो रहा है कि दो साल तक हमने सड़कों पर संघर्ष करके एक लड़ाई लड़ी थी. एक 'गुंडे-बदमाश' से कुश्ती को बचाने की लड़ाई लड़ी थी. उसी कुश्ती को आज दो दिन पहले उसी 'बदमाशों' के हाथों में देने का काम अगर किसी ने किया है तो आपकी पार्टी ने किया है.

'...तो हमें तकलीफ होती है'

विनेश फोगाट ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "जब आप खिलाड़ियों की बात करते हो तो हमें तकलीफ होती है. जब हम सड़कों पर घिसट रहे थे तो आप हरियाणा की सरकार में थे."

सत्ता पक्ष ने बीच में टोका

कांग्रेस विधायक की बात पर मंत्री महिपाल ढांडा ने उन्हें टोकते हुए कहा, "आपको हम लोग किसी राजनीतिक दल का हिस्सा नहीं समझते हैं, देश का गौरव समझते हैं. कुछ चीजें जिंदगी में होती हैं लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि हम लोग उसको पार्टीबाजी का हिस्सा बनाकर इस तरह से प्रस्तुत करें. मेरा आपसे निवेदन है कि आप अगर शब्दों की गरिमा का खयाल रखेंगे तो आपकी भी गरिमा का सब लोग खयाल रखेंगे."

'मैंने पार्टी देखकर नहीं लड़ी थी'

इस पर फिर विनेश फोगाट ने कहा, "जब हमने ये लड़ाई लड़ी थी तो किसी पार्टी विशेष को देखकर नहीं लड़ी थी. एक खिलाड़ी होने के नाते आज मैं खड़ी हूं. खिलाड़ी होने के नाते हमने आवाज उठाई थी और खिलाड़ी हमेशा खिलाड़ी रहेगा." 

डब्ल्यूएफआई का निलंबन वापस

दरअसल, खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) का निलंबन वापस ले लिया. 24 दिसंबर 2023 को डब्ल्यूएफआई को निलंबित कर दिया था. संजय सिंह के नेतृत्व वाली नई संस्था ने डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के गढ़ नंदिनी नगर, गोंडा में अंडर -15 और अंडर -20 राष्ट्रीय चैंपियनशिप आयोजित करने की घोषणा की थी जिससे सरकार नाराज थी क्योंकि पूर्व बीजेपी सांसद यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे थे.