Haryana News: हरियाणा के गुरुग्राम, जिसे साइबर सिटी के नाम से भी जाना जाता है. यहां की यातायात पुलिस ने एक बार फिर अपनी मानवता का शानदार उदाहरण प्रस्तुत किया. मंगलवार 5 अगस्त को दोपहर करीब 12 बजे मेदांता अस्पताल के पास एक कार ड्राइवर अचानक बेहोश हो गया, जिसके बाद यातायात पुलिस के सहायक उप- निरीक्षक (ASI) कृष्ण कुमार की तुरंत कार्रवाई और सतर्कता ने उसकी जान बचा ली.

जनिए क्या था पूरा मामला?

इस घटना ने न सिर्फ पुलिस की संवेदनशीलता को दर्शाया, बल्कि यह भी दिखाया कि समय पर की गई छोटी-सी कोशिश किसी की जिंदगी कैसे बचा सकती है. बताया जा रहा है कि मंगलवार दोपहर मेदांता अस्पताल के पास ड्यूटी पर तैनात कृष्ण कुमार रोजाना की तरह यातायात प्रबंधन में व्यस्त थे. तभी उनकी नजर एक कार पर गई, जो अचानक सड़क पर रुक गई. कार ड्राइव, जिसका नाम बाद में अजीत के रूप में सामने आया. वह बेहोशी की हालत में दिखाई दिया और वो कोई हरकत नहीं कर रहा था.

एएसआई ने ड्राइवर को (CPR) देना शुरू किया

एएसआई कृष्ण कुमार ने बिना समय गंवाए तुरंत कार के पास पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने देखा कि ड्राइवक की हालत ज्यादा गंभीर है और वह पूरी तरह से बेहोश है, जिसके बाद उन्होंने तत्काल कार्रवाई करते हुए अपने साथी पुलिसकर्मियों और आसपास मौजूद राहगीरों की मदद से कार का दरवाजा खोला और ड्राइवर को बाहर निकाला. ड्राइवर की नब्ज और सांस की जांच करने पर स्थिति और भी गंभीर लगने लगी.

एएसआई कृष्ण कुमार ने तुरंत ड्राइवर को कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन (CPR) देना शुरू किया. उन्होंने ड्राइवर की छाती को दबाकर सीपीआर दिया. कुछ ही मिनटों में ड्राइवर के शरीरी में हलचल शुरू हुई और उसे होश आ गया. होश आने के बाद ड्राइवर को पानी पिलाया और उसे कुछ देर आराम करने दिया, जिससे उसकी हालत सही हो गई.