हरियाणा कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा की नियुक्ति के बाद पार्टी में असंतोष की हवा बह रही है. पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता संपत सिंह ने इस फैसले पर खुलकर सवाल उठाए हैं.
उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट करके लिखा कि लगातार पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाले को फिर से जिम्मेदारी सौंप दी गई है. हालांकि, संपत सिंह ने हुड्डा का नाम सीधे तौर पर नहीं लिया.
नुकासान पहुंचाने वाले को फिर पार्टी सौंपना समझ से परे- संपत सिंह
संपत सिंह ने अपने पोस्ट में कहा कि स्वर्गीय चौधरी भजनलाल के नेतृत्व में 2005 में 67 सीटें जीतने के बाद लगातार पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाले को फिर से पार्टी सौंपना समझ से परे है. उन्होंने यह भी पूछा कि एक साल के मंथन के बाद क्या यही बदलाव है और युवा नेताओं को आगे क्यों नहीं बढ़ाया जा रहा. उनके अनुसार इस फैसले से पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता हताश हैं और जनता में अविश्वसनीयता की स्थिति पैदा हो रही है.
पूर्व मंत्री का निशाना केवल हुड्डा तक सीमित नहीं है. उनका गुस्सा कांग्रेस हाईकमान और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर भी है. राहुल गांधी ने कहा कि वरिष्ठ नेताओं के साथ मंथन के बाद जल्द ही युवा नेतृत्व को प्रदेश की कमान दी जाएगी, जिससे साफ संकेत मिलता है कि संपत सिंह का असंतोष शीर्ष नेतृत्व पर भी है.
संपत सिंह का कैसा रहा राजनीतिक अनुभव?
संपत सिंह का राजनीतिक अनुभव लंबा रहा है. साल 1987 में चौधरी देवीलाल की सरकार में वे गृहमंत्री रहे और 2000 से 2005 तक ओपी चौटाला की सरकार में वित्त मंत्री रहे. 1991 से 1996 तक वे इनेलो सरकार में विपक्ष के नेता भी रहे. 2009 में उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा की कांग्रेस सरकार में एंट्री की. सूत्रों के अनुसार, संपत सिंह अपने या अपने बेटे के लिए विधानसभा टिकट की मांग कर रहे थे, जिसका न मिलने का आरोप उन्होंने हुड्डा पर लगाया.
6 अक्टूबर को पदभार ग्रहण करेंगे राव नरेंद्र सिंह
कांग्रेस का नया प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह 6 अक्तूबर को पदभार ग्रहण करेंगे. शपथ ग्रहण समारोह दोपहर 2 बजे सेक्टर-9 बी, चंडीगढ़ में आयोजित होगा. इस अवसर पर हरियाणा कांग्रेस प्रभारी बीके हरिप्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा, निवर्तमान अध्यक्ष चौ. उदय भान, एआईसीसी सचिव एवं सह-प्रभारी जितेंद्र बघेल सहित सांसद, विधायक और वरिष्ठ नेता उपस्थित रहेंगे.