Anil Vij News: महाराष्ट्र में छिड़े औरंगजेब विवाद पर हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने कहा कि इन दिनों काफी चर्चा चल रही है. कुछ लोग औरंगजेब के महिमांडन में व्यस्त है. औरंगजेब बर्बर था जिसने आस्था के प्रतीकों को तहस-नहस कर दिया था. वह हमारे भरोसे का केंद्र का नहीं हो सकता.
मीडिया से बातचीत में अनिल विज ने कहा, ''आजकल औरंगजेब पर काफी चर्चा चल रही है. कुछ लोग तो औरंगजेब का महिमामंडन करने में लगे हुए हैं. औरंगजेब अतातायी था, आक्रांता था. उसने हमारे आस्था के निशान को तहस-नहस किया. वह हमारे लिए विश्वास का केंद्र नहीं हो सकता.''
देशभक्त की जुबान पर आतातायी का नाम नहीं आ सकता- अनिल विज
अनिल विज ने आगे कहा, ''मैं यह कहना चाहता हूं कि जिसे भी औरंगजेब का महिमामंडन करना है वह औरंगजेब से प्रेरणा लेते हुए उनके जीवन से सीखते हुए पहले अपने बाप घर के कैद खाने में डालकर आए और भाई का कत्ल करके आए और फिर वो औरंगजेब का महिमामंडन करे. उसके अलावा किसी की जुबान पर किसी देशभक्त की जुबान पर, इस देश को भारत माता मानने वाले की जुबान पर उस आतातायी औरंगजेब का नाम भी नहीं आना चाहिए.
ऐसे गहराया औरंगजेब विवाद
फिल्म 'छावा' के रिलीज होने के बाद औरंगजेब विवाद गहराया हुआ है. फिल्म में छत्रपति संभाजी महाराज के साथ हुए अत्याचार को चित्रित किया गया है. जिस वजह से संभाजी के समर्थकों का दर्द ताजा हो गया है जो उन्हें अपना भगवान मानते हैं. यह विवाद तब भड़क गया था जब सपा के एक विधायक ने महाराष्ट्र विधानसभा में औरंगजेब की तारीफ कर दी थी.
वहीं, कई लोग संभाजीनगर से औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग कर रहे हैं. यह एक संरक्षित क्षेत्र है जो कि एएसआई के अधीन है. इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी महाराष्ट्र सरकार के पास है.