हरियाणा सरकार ने आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार आत्महत्या मामले में बड़ा एक्शन लिया है. सुसाइड के चार दिन बाद शनिवार को राज्य सरकार ने रोहतक के पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र बिजारनिया का तबादला कर दिया है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
एडीजी पूरन कुमार ने कुछ दिन पहले चंडीगढ़ में स्थित अपने आवास पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. कुमार के परिवार की ओर से दबाव बनाए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई. कुमार ने सुसाइड नोट में कुछ अधिकारियों का नाम लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.
अधिकारी ने आत्महत्या से पहले एक लंबा सुसाइड नोट भी लिखा था जिसमें कुछ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए गए थे. नोट में बिजारनिया सहित आठ वरिष्ठ पुलिसकर्मियों पर "जाति-आधारित भेदभाव, मानसिक उत्पीड़न, सार्वजनिक अपमान और अत्याचार" का आरोप लगाया गया था.
सुरिंदर सिंह भोरिया को नया एसपी नियुक्त किया
एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, आईपीएस अधिकारी सुरिंदर सिंह भोरिया को रोहतक का नया एसपी नियुक्त किया गया है और बिजारनिया की नियुक्ति का आदेश अलग से जारी किया जाएगा.
साल 2001 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी वाई पूरण कुमार (52) ने मंगलवार को यहां सेक्टर 11 में स्थित अपने आवास पर कथित तौर पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. आत्महत्या का पांच दिन बाद भी उनका अंतिम संस्कार नहीं किया गया है. पत्नी ने सुसाइड नोट में लिखे अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है. परिवार का कहना है कि इसके बाद वो उन्हें अंतिम विदाई देंगे.
पत्नी अमनीत कुमार की शिकायत पर कार्रवाई
बुधवार को चंडीगढ़ पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में कुमार की पत्नी और आईएएस अधिकारी अमनीत कुमार ने हरियाणा के डीजीपी (शत्रुजीत कपूर) और रोहतक के एसपी (बिजारनिया) के खिलाफ बीएनएस की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और एससी एवं एसटी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करने और उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की.