Haryana News: हरियाणा में इन दिनों सियासी हलचल तेज है. राज्य के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने सोमवार (3 फरवरी) को कुछ फोटो शेयर करते हुए दावा किया कि उन्हें हराने के लिए आंतरिक साजिश की गई. वहीं मंगलवार (4 फरवरी) को हरियाणा प्रभारी सतीश पूनिया के साथ मंत्री अनिल विज की बैठक हुई. इसके बाद अनिल विज ने कहा कि कई मुद्दों पर बात हुई लेकिन मैं कुछ नहीं कहूंगा.
सतीश पूनियां के साथ मीटिंग के बाद मंत्री अनिल विज ने कहा, "ऑल विल बी वेल. आज मैं कुछ नहीं बोलूंगा. सारे मुद्दों पर बात हुई है मगर इनपर मैं आज कुछ नहीं बोलूंगा."
दरअसल, कुछ दिन पहले ऊर्जा एवं परिवहन मंत्री विज ने दावा किया था कि पिछले अक्टूबर में अंबाला कैंट सीट से उन्हें चुनाव हराने की साजिश रची गई थी. विज अंबाला कैंट निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार चित्रा सरवारा को हराकर सातवीं बार विधायक बने.
लगाया था आरोपविज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कुछ तस्वीरों के साथ एक पोस्ट में कहा, "आशीष तायल जो खुद को नायब सैनी का मित्र बताते हैं उनकी फेसबुक पर नायब सैनी के साथ अनेकों तस्वीरें मौजूद हैं. आशीष तायल के साथ विधानसभा चुनाव के दौरान जो कार्यकर्ता नजर आ रहे हैं वही कार्यकर्ता चित्रा सरवारा बीजेपी की विरोधी उम्मीदवार के साथ भी नजर आ रहे हैं."
'नहीं की गई कार्रवाई'उन्होंने कहा, "ये रिश्ता क्या कहलाता है? तायल आज भी नायब सैनी के परम मित्र बने हुए है तो फिर प्रश्न उठता है बीजेपी उम्मीदवार का विरोध करने के लिये किसने मजबूर किया." विज ने 31 जनवरी को दावा किया कि उनके द्वारा सार्वजनिक रूप से मामला उठाने के बावजूद उनके आलोचकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई.
विज ने आगे कहा, "...चूंकि मैं सबसे वरिष्ठ नेता हूं और मैं कह रहा हूं कि मुझे हराने के प्रयास किए गए, इसलिए तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए थी, लेकिन 100 दिन बाद भी कुछ नहीं किया गया."
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