Haryana News: हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने सोमवार (4 जनवरी) को कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए दावा किया कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के एक 'मित्र' के साथ देखे गए 'कार्यकर्ता' एक निर्दलीय उम्मीदवार के साथ भी देखे गए. जिसे उन्होंने पिछले साल राज्य विधानसभा चुनावों में हराया था. कुछ दिन पहले ऊर्जा और परिवहन मंत्री विज ने दावा किया था कि पिछले अक्टूबर में अंबाला कैंट सीट से उन्हें चुनाव हराने की साजिश रची गई थी.

बता दें अनिल विज अंबाला कैंट निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार चित्रा सरवारा को हराकर सातवीं बार विधायक बने हैं. विज हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज ने एक्स वीडियो सभी से साझा करते हुए पूछा, "आशीष तायल जो खुद को नायब सैनी का मित्र बताते हैं उनकी फेसबुक पर नायब सैनी के साथ अनेकों चित्र मौजूद हैं."

आशीष तायल आज भी सीएम सैनी के परम मित्र हैं- अनिल विजउन्होंने आगे कहा, "आशीष तायल के साथ विधानसभा चुनाव के दौरान जो कार्यकर्ता नजर आ रहे हैं. वहीं कार्यकर्ता चित्रा सरवारा बीजेपी की विरोधी उम्मीदवार के साथ भी नजर आ रहे हैं. ये रिश्ता क्या कहलाता है? तायल आज भी नायब सैनी के परम मित्र बने हुए हैं तो फिर प्रश्न उठता है बीजेपी उम्मीदवार की मुखालफत किसने करवाई?"

चित्रा सरवारा ने किया पलटवारचित्रा सरवारा ने पलटवार करते हुए कहा, "अगर गद्दार से अनिल विज का मतलब है हर वो व्यक्ति जो पहले कभी उनके साथ रहा, उनका समर्थक रहा, उनका वोटर था और अबकी बार मेरे साथ दिखा है, तो मैं उन्हें कहना चाहूंगी कि ये 5-10 फोटो के अंदर कुछ कार्यकर्ताओं का पीछा करना छोड़ दें. अबकी बार आप अंबाला की वोटर लिस्ट निकालिए और 13 हजार व्यक्तियों को ढूंढिए जिसने अबकी बार आपके विरोध में वोट डाला है."

उन्होंने कहा, "मैं समझती हूं ये बड़ी दुखद बात है लोकतंत्र के अंदर कि जनता के वोट से बने नेता जब उनके इस वोट के अधिकार को गद्दारी की संज्ञा देने लग जाएं तो इससे ज्यादा दुखद बात कोई हो ही नहीं सकती है. उन्होंने कनेक्शन भी कहां जोड़ा है, जो चित्रा के साथ खड़े थे वो कभी मेरे साथ थे, वो गद्दार हैं. आशीष तायल मुझसे मिलते हैं, तो गद्दार हैं. आशीष तायल सीएम से मिलते हैं, तो कहीं न कहीं उनका इशारा अपने मुख्यमंत्री की तरफ है."

चित्रा सरवारा ने कहा, "मैं अनिल विज से यहीं कहूंगी कि मेरे कंधे पर या कार्यकर्ताओं के कंधे पर रखकर निशाना लेने की जरूरत नहीं है, आप सीधे-सीधे अपने सीएम से बात करिए और वो कहिए जो आप कहना चाहते हैं."

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