हरियाणा विधानसभा में मंगलवार (26 अगस्त) को कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर तीखी बहस देखने को मिली. विपक्षी कांग्रेस ने राज्य में अपराधों की बढ़ती घटनाओं के लिए बीजेपी सरकार को कठघरे में खड़ा किया, जबकि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आंकड़ों के सहारे इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि अपराधों में कमी आई है. 

कांग्रेस का आरोप था कि राज्य में हत्या, बलात्कार, रंगदारी और फिरौती जैसी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. इसके अलावा उन्होंने अपराधियों द्वारा अपराध को जेल से ही संचालन करने का आरोप लगाया है, जिससे लोग भय के साये में जी रहे हैं.

अपराध बढ़ा, लोग डर के साये में- कांग्रेस

कांग्रेस विधायकों ने कहा कि NCRB (राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो) के अनुसार हरियाणा में अपराध दर राष्ट्रीय औसत से अधिक है. पीटीआई के अनुसार, पार्टी नेता गीता भुक्कल ने कहा, “महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध में हरियाणा आगे है. अपराधी जेलों से रंगदारी वसूल रहे हैं और आम लोग डरे हुए हैं.” 

उन्होंने कुरुक्षेत्र में ठेकेदार की हत्या, कांग्रेस की नेता हिमानी नरवाल की हत्या और आईएनएलडी प्रमुख अभय सिंह चौटाला को हालिया धमकी जैसी घटनाओं का जिक्र किया. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, “पहले अपराध दर प्रति लाख आबादी 16.2% थी, जो अब 31.8% हो गई है.” वहीं बीबी बत्रा ने आरोप लगाया कि हरियाणा हत्या में देश में तीसरे, बलात्कार में तीसरे और महिला अपराधों में पहले स्थान पर है.

अपराध घटे, ‘जीरो टॉलरेंस पॉलिसी’ लागू- BJP

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कांग्रेस के आरोपों को नकारते हुए कहा कि उनकी सरकार ने कानून-व्यवस्था को शीर्ष प्राथमिकता दी है. उन्होंने कहा, “हमारी सरकार में अपराधों पर सख्ती से कार्रवाई की जा रही है. पुलिस को पूरी छूट दी गई है, FIR दर्ज करने में कोई बाधा नहीं है और चार्जशीट समय पर दाखिल की जा रही है.”

सैनी के मुताबिक, 2014 से 2024 के बीच हत्या में 12.75%, डकैती में 49.41%, लूट में 10.52% और दंगों में 20.78% की कमी आई है, जबकि आबादी में 13.76% की वृद्धि हुई. इसके विपरीत, 2004-2014 में कांग्रेस शासनकाल के दौरान इन अपराधों में भारी बढ़ोतरी हुई थी. उन्होंने कहा, “2004 में रेप के 386 मामले थे, जो 2014 में 1,174 हो गए. कांग्रेस ने तब सिर्फ एक महिला थाने की स्थापना की.”

विधानसभा में हंगामा, वॉकआउट और तीखी बयानबाजी

बहस के दौरान हुड्डा ने कहा कि विपक्ष को अपमानित किया जा रहा है और इसके विरोध में कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया. इस पर सैनी ने तंज कसा, “वे सच नहीं सुन सकते.”

कृष्ण कुमार बेदी ने विपक्ष पर पुलिस का मनोबल गिराने का आरोप लगाया, जबकि अशोक अरोड़ा ने कहा कि कानून-व्यवस्था का मुद्दा सभी के लिए चिंता का विषय है और उन्होंने भिवानी शिक्षिका मौत मामले की सीबीआई जांच का हवाला दिया.

आईएनएलडी के अर्जुन चौटाला ने कहा, “आंकड़े मायने नहीं रखते अगर हम नागरिकों को सुरक्षा का अहसास नहीं दिला सकते. जब अपराधी बेखौफ होकर वारदात करते हैं, तो यह सीधा कानून को चुनौती है.”