"जान प्यारी है तो 20 लाख का इंतजाम कर दो नही तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार हो जाओ". यह किसी फिल्म का डायलॉग नही है बल्कि दिल्ली से सटे साइबर सिटी गुरुग्राम में तीन शातिर बदमाशों ने अपने ही गांव के एक व्यक्ति को फोन कर पैसों की मांग कर डाली.
रुपये देने से मना करने पर बदमाशों ने ग्रामीण के अपहरण का प्रयास किया. बदमाश किसी वारदात को अंजाम दे पाते इससे पहले पुलिस ने उन्हें काबू कर लिया. आरोपियो की पहचान नरेंद्र उर्फ सोनू, मोहित व नरेश कुमार के रूप में हुई है. आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल की गई एक कार, 3 पिस्टल, एक रिवाल्वर व 11 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं.
गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि 18 जुलाई को एक व्यक्ति ने थाना भौंडसी में शिकायत दी कि उसके ही गांव का रहने वाले नरेंद्र उर्फ सोनू राठी ने उससे 20 लाख रुपयों की मांग की है. जब उसने रुपए देने से मना कर दिया तो नरेंद्र ने अपने साथियों के साथ उसके अपहरण का प्रयास किया.
फिल्मी स्टाइल में पुलिस ने बचायापुलिस को दी शिकायत में शिकायतकर्ता ने कहा कि वह अपनी गाड़ी से सोहना जा रहा था. जब वह अलीपुर चौक पर पहुंचा तो एक गाड़ी में सवार 3 लड़कों ने उसे रोक लिया और जबरदस्ती दूसरी गाडी में बैठाने का प्रयास किया. उसी दौरान पुलिस की गाड़ी के हूटर की आवाज सुनाई दी तो बदमाश उसको छोड़कर भाग खड़े हुए. जाते जाते तीनो बदमाश उसे धमकी देने लगे कि अगर रुपये नहीं पहुंचे तो तुम्हारे परिवार और तुम्हें जान से हाथ धोना पड़ेगा.
3 आरोपी गिरफ्तारइस पर थाना भौंडसी में केस दर्ज किया गया. दर्ज शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस थाना भौंडसी की टीम ने रुपये मांगने व अपहरण करने के प्रयास की वारदात को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को बाईपास भौंडसी से गिरफ्तार कर लिया.
एक ही गांव के रहने वाले हैं दोनोंआरोपियों से पुलिस पूछताछ में पता चला कि नरेंद्र व शिकायतकर्ता एक ही गांव के रहने वाले हैं. नरेंद्र ने शिकायतकर्ता से रुपये मांगे थे. जब शिकायतकर्ता ने रुपये देने से मना कर दिया तो नरेंद्र के कहने पर मोहित व नरेश ने शिकायतकर्ता का पीछा करके उसकी गाड़ी के सामने गाड़ी लगाकर उसका अपहरण करने का प्रयास करने की वारदात को अंजाम दिया था, लेकिन उस स्थान पर पुलिस उपस्थित होने का आभास होने के कारण वह अपहरण करने की वारदात को अंजाम देने में विफल हो गए.
पहले से दर्ज हैं मामलेपुलिस की जांच में सामने आया कि नरेंद्र के खिलाफ हत्या, हत्या करने का प्रयास, मारपीट करने, लड़ाई-झगड़ा करने, मारपीट करके छीनाझपटी करने व अवैध रूप से शराब रखने व बेचने के कुल 16 केस गुरुग्राम के थानों में और शांति भंग के आरोप में एक केस नूंह में दर्ज है. मोहित के खिलाफ भी झगड़ा करने, धमकी देने व एक्साइज एक्ट के तहत कुल 2 केस दर्ज है.