फरीदाबाद स्थित अल फलाह विश्वविद्यालय इन दिनों एक बार फिर सुर्खियों में है. आतंकवादी मॉड्यूल की जांच में नाम आने के बाद से ही कैंपस में पढ़ने वाले छात्रों और काम करने वाले कर्मचारियों में डर साफ देखा जा सकता है. हालात ऐसे हैं कि कुछ छात्र एहतियात के तौर पर घर लौट गए हैं.

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विश्वविद्यालय में इस समय परीक्षाएं चल रही हैं. ऐसे में कई छात्रों और कर्मचारियों के पास कैंपस में रहने के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचा है. प्रशासन की कोशिश है कि सामान्य माहौल बना रहे. कक्षाएं चलें और छात्रावास में छात्र बने रहें.

एक एमबीबीएस छात्र ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि ज्यादातर छात्र अभी भी कैंपस में हैं. कक्षाएं भी जारी हैं, लेकिन सब औपचारिकता मात्र है. कोई भी पूरी तरह से फोकस नहीं कर पा रहा है. कहा जा रहा है कि कैंपस के अंदर सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जिससे माहौल और तनावपूर्ण लग रहा है.

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दिल्ली पुलिस की कार्रवाई से बढ़ी बेचैनी

सोमवार सुबह स्थिति तब और गंभीर हो गई जब दिल्ली पुलिस ने अल फलाह विश्वविद्यालय के अध्यक्ष को दो समन जारी किए. ये समन फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल मामले की मौजूदा जांच से जुड़े सवालों के लिए भेजे गए हैं. इसके अलावा विश्वविद्यालय के खिलाफ पहले से दर्ज जालसाजी और धोखाधड़ी के दो मामलों की जांच भी जारी है.

पुलिस की पूछताछ और लगातार आने-जाने वाले अधिकारियों के कारण कैंपस में असामान्य हलचल बनी हुई है, जिससे छात्रों और स्टाफ की बेचैनी और बढ़ गई है.

कैंपस में अनिश्चितता बढ़ी

मौजूदा स्थिति में सबसे बड़ा सवाल यही है कि जांच की दिशा किस ओर जाएगी और इसका असर विश्वविद्यालय के भविष्य पर कितना पड़ेगा. छात्र कह रहे हैं कि वे पढ़ाई पर ध्यान नहीं लगा पा रहे हैं, जबकि कर्मचारी प्रशासनिक गतिविधियों को संभालने में मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. अल फलाह विश्वविद्यालय इन दिनों तनाव और अनिश्चितता के दौर से गुजर रहा है.