हरियाणा की सियासत में इन दिनों “वोट चोरी” बड़ा मुद्दा बन गया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी जहां एक तरफ बार-बार चुनावी गड़बड़ी की बात उठाते हैं, वहीं दूसरी तरफ सोनिया गांधी को 1980-81 में कथित रूप से गलत तरीके से वोट डालने के आरोप में कोर्ट से नोटिस जारी हुआ है. इसी मुद्दे पर हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने चुटकी ली है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को तो वोट चोरी के कई मेडल मिल चुके हैं.
अनिल विज ने कहा कि कांग्रेस जिस वोट चोरी की बात कर रही है, वही आरोप आज कांग्रेस परिवार पर वापस आए हैं. विज ने दावा किया कि इंदिरा गांधी भी वोट चोरी के मामले में अनसीट हो चुकी थीं और जस्टिस जे.एम.एल. सिन्हा ने उनका चुनाव रद्द किया था, जो रिकॉर्ड पर मौजूद है. अनिल विज ने सोनिया गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि “सोनिया गांधी बाद में नागरिक बनीं, लेकिन वोट डालना पहले ही शुरू कर दिया था.”
इतना ही नहीं, उन्होंने 1947 में कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि सरदार पटेल को 17 में से 12 प्रस्ताव मिले थे, जबकि जवाहरलाल नेहरू को एक भी नहीं मिला “फिर भी जीरो वोट वाले को प्रधानमंत्री बना दिया गया. अब ये किस वोट चोरी की बात करते हैं?”
राव नरेंद्र के आरोप पर विज ने दिया जवाब
कांग्रेस के राव नरेंद्र ने आरोप लगाया था कि हरियाणा में अगर 25 लाख वोट चोरी न होती तो भाजपा की सरकार न बनती. इस पर अनिल विज ने तंज कसते हुए कहा कि इनको तो वोट चोरनीय हो गया है, इनको इन्फेक्शन हो गया है.
विज ने कहा कि जिन वोटर लिस्टों पर चोरी का आरोप लगाया जा रहा है, उन्हीं के आधार पर कांग्रेस के अपने विधायक चुनाव जीतकर आए हैं. उन्होंने कहा कि अगर इन्हें लगता है कि वोट चोरी हुई है, और ये ईमानदार हैं, तो जहां-जहां से इनके विधायक जीते हैं, वहां से तुरंत इस्तीफा दे दें. वरना ये मान लें कि वे भी चोरी के वोटों से जीते हैं.
नवजोत कौर सिद्धू के बयान पर भी विज का वार
नवजोत कौर सिद्धू के हालिया बयान के बाद आज नवजोत सिंह सिद्धू प्रियंका गांधी से मुलाकात करने जा रहे हैं. इस पर भी विज ने टिप्पणी करते हुए कहा कि नवजोत कौर ने कांग्रेस की अंदरूनी परंपरा को उजागर कर दिया है.
विज बोले कि उन्होंने लोगों को बता दिया कि कांग्रेस में मुख्य मंत्री कैसे बनाया जाता है. यही कारण है कि उन्हें पार्टी से निकाला गया. कांग्रेस की छुपी और गहरी बातें अब बाहर आने लगी हैं.