हरियाणा के रोहतक जिले में पिछले महीने एक दर्दनाक हादसा हुआ था, जब अभ्यास करते समय बास्केटबॉल ‘हूप’ का लोहे का जर्जर खंभा गिर गया और 16 वर्षीय खिलाड़ी हार्दिक राठी की मौके पर ही मौत हो गई. अब इस मामले में पुलिस ने हरकत में आते हुए अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है.

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लाखनमाजरा थाना प्रभारी समरजीत सिंह ने बताया कि मृतक खिलाड़ी के पिता संदीप राठी ने शनिवार को शिकायत दी थी, जिसके आधार पर FIR दर्ज की गई है. शिकायत में उन सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है, जिनकी लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ.

परिवार का आरोप, कई बार दी शिकायत

हार्दिक के पिता ने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि जिस खंभे के गिरने से उनके बेटे की जान गई, वह लंबे समय से जंग खाया, जर्जर था. राठी ने बताया कि उन्होंने कई बार अधिकारियों को कोर्ट की खराब हालत के बारे में लिखित व मौखिक शिकायतें दीं, लेकिन किसी ने मरम्मत कराने की जरूरत नहीं समझी.

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परिवार का कहना है कि स्थानीय सांसद निधि से 12 लाख रुपये से ज्यादा की राशि कोर्ट की मरम्मत के लिए स्वीकृत की गई थी, बाद में 6.20 लाख रुपये का अतिरिक्त अनुदान भी दिया गया, लेकिन काम शुरू ही नहीं हुआ.

राठी का आरोप है कि जिन लोक सेवकों और ठेकेदारों ने खराब गुणवत्ता के खंभे लगवाए, और जिनका काम उसकी नियमित जांच–मरम्मत करना था, उन्हीं की लापरवाही से मेरे बेटे की जान गई. यह आपराधिक लापरवाही है और सभी को सज़ा मिलनी चाहिए.

झज्जर में भी हुआ था ऐसा ही हादसा

हरियाणा में यह पहला मामला नहीं है. झज्जर के बहादुरगढ़ में भी लगभग इसी तरह की दुर्घटना में 15 वर्षीय खिलाड़ी अमन की मौत हो गई थी. अभ्यास के दौरान ‘हूप’ का खंभा टूटकर गिर गया और गंभीर चोट लगने के बाद अमन ने PGIMS रोहतक में दम तोड़ दिया.

अमन के पिता ने भी अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दी थी और जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग की थी.

दोहरी घटनाओं से खेल बुनियादी ढांचे पर उठे सवाल

रोहतक और झज्जर में दो नाबालिग खिलाड़ियों की मौत के बाद हरियाणा में खेल बुनियादी ढांचे की बदहाली को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. विपक्ष ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि खेल मैदानों की मरम्मत और सुरक्षा पर सरकारी पैसे खर्च नहीं हो रहे, जिससे खिलाड़ियों की जान पर बन आई है.

अब होगी मैदानों की फिटनेस जांच

कड़े दबाव के बाद हरियाणा के खेल मंत्री गौरव गौतम ने घोषणा की है कि राज्य के सभी खेल मैदानों और स्टेडियमों की जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि जिन विभागों के ज़िम्मे खेल मैदानों की देखभाल है, जैसे शिक्षा और पंचायत विभाग, उन्हें अब यह शपथ पत्र देना होगा कि मैदान सुरक्षित हैं और अभ्यास के योग्य हैं.

खेल मंत्री ने पंचकूला में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की और बताया कि पूरे राज्य में स्टेडियमों व मैदानों की मरम्मत, उन्नयन और पुनर्विकास के लिए 114 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं.

हार्दिक और अमन के परिवारों ने मांग की है कि सभी जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई हो. उनका कहना है कि अगर समय रहते खराब खंभों को बदला गया होता, तो ये दोनों हादसे नहीं होते.

दोनों परिवारों के साथ-साथ कई खेल संगठन भी अब राज्य में खेल सुविधाओं के पुनर्निर्माण और नियमित निरीक्षण की मांग कर रहे हैं, ताकि आगे कोई खिलाड़ी अपनी जान न गंवाए.