Gujarat Lok Sabha Elections 2024: गुजरात में कांग्रेस के निलंबित नेता निलेश कुंभानी ने 20 दिनों के बाद अपने बयानों से सियासी सरगर्मी बढ़ा दी है. कुंभानी ने शनिवार (11 मई) को कांग्रेस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. सूरत लोकसभा सीट से अपना नामांकन पत्र खारिज होने के करीब 20 दिन बाद उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी ने 2017 में उनके साथ विश्वासघात किया था. उस समय पार्टी ने मेरा सूरत का कामरेज विधानसभा सीट ने आखिरी समय टिकट रद्द कर दिया था.


कुंभानी ने कहा कि वह इतने दिनों तक चुप थे, क्योंकि वह कांग्रेस की प्रदेश इकाई के प्रमुख शक्ति सिंह गोहिल और राजकोट से लोकसभा उम्मीदवार परेश धनानी का सम्मान करते हैं. कांग्रेस नेता मुझ पर विश्वासघात का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन कांग्रेस ही थी जिसने पहले गलती की, मैंने नहीं. मैं यह नहीं करना चाहता था, लेकिन मेरे समर्थक, कार्यालय कर्मचारी और कार्यकर्ता परेशान थे क्योंकि पार्टी सूरत में पांच स्वघोषित नेताओं द्वारा संचालित की जा रही है. 


कांग्रेस नेताओं पर लगाया ये आरोप
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सूरत में पार्टी के दूसरे नेताओं को काम भी नहीं करने दिया जाता है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस 'इंडिया' गठबंधन का हिस्सा हैं, लेकिन इन नेताओं ने उस समय आपत्ति जताई थी जब मैं आम आदमी पार्टी के नेताओं के साथ प्रचार कर रहा था. हालांकि, सूरत लोकसभा सीट पर नामांकन खारिज हो जाने और चुनाव से बाहर हो जाने के पीछे बदले के सवाल पर कुंभानी ने कुछ भी साफ जवाब दिया. कुंभानी ने 2017 के राज्य विधानसभा चुनाव में टिकट रद्द किए जाने के अपने आरोप भी दोहराया.


बता दें लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस पार्टी ने सूरत लोकसभा सीट से कुंभानी को चुनावी मैदान में उतारा था. कुंभानी ने पर्चा भी दाखिल कर दिया था, लेकिन पर्चा में प्रस्तावकों के हस्ताक्षर में गड़बड़ी की वजह से निर्वाचन अधिकारी ने उनका नामांकन खारिज कर दिया. इसके अलावा सीट पर और भी जितने निर्दलीय उम्मीदवार थे सभी ने अपना पर्चा वापस ले लिया. इसके बाद निर्वाचन अधिकारी ने बीजेपी उम्मीदवार मुकेश दलाल को निर्विरोध निर्वाचित कर दिया. गुजरात में 7 मई को एक ही चरण में लोकसभा चुनाव हुए. राज्य की 26 में से 25 सीटों के रिजल्ट की घोषणा 4 जून को की जाएगी.



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