Rajkot Rajput Community Protest News: गुजरात की राजकोट लोकसभा सीट पर केंद्रीय मंत्री व बीजेपी प्रत्याशी परषोत्तम रूपाला का विरोध बढ़ता जा रहा है. रविवार को क्षत्रिय समुदाय के सदस्यों ने एक बार फिर बीजेपी से राजकोट सीट से उम्मीदवार परषोत्तम रूपाला को हटाने की मांग की. इस साथ ही उन्होंने परषोत्तम रूपाला को नहीं हटाने पर अपना विरोध तेज करने की कसम खाई.


क्षत्रिय समुदाय जिन्हें राजपूत भी कहा जाता है उन्होंने  गुजरात में राजकोट जिले के रतनपुर गांव एक सार्वजनिक बैठक की. बैठक के दौरान कहा गया कि परषोत्तम रूपाला 16 अप्रैल को अपना नामांकन दाखिल करने वाले हैं. लेकिन, हमने बीजेपी से परषोत्तम रूपाला की उम्मीदवार खत्म करने के लिए कहा है. हम अपनी मांग पर अड़े हुए हैं. 


‘रूपाला के खिलाफ अपना विरोध जारी रखेंगे’
क्षत्रिय समुदाय के कोर कमेटी के सदस्य रामजुभा जड़ेजा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि राजकोट सहित गुजरात की 26 सीटों पर 7 मई को तीसरे चरण में मतदान होगा और वोटों की गिनती 4 जून को होगी. बीजेपी ने 2014 और 2019 में राज्य की सभी सीटें जीती थीं. राजकोट सीट से प्रत्याशी परषोत्तम रूपाला ने हमारी बेटियों और बहनों का अपमान किया है. इसके बाद उन्होंने माफी मांगने का भी स्वांग रचा. लेकिन, हमने उनकी माफी को ख़ारिज कर दिया है. हम रूपाला के खिलाफ अपना विरोध जारी रखेंगे. बीजेपी को उनसे राजकोट से लोकसभा उम्मीदवारी वापस लेनी चाहिए.


शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करने की अपील 
रामजुभा जड़ेजा ने कहा कि जब अतीत में बीजेपी के नेताओं ने गलतियां की है तो बीजेपी नेतृत्व ने उनके खिलाफ कार्रवाई की है. उनमें पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा का नाम भी शामिल है. जड़ेजा ने इस बात पर जोर दिया कि समुदाय आने वाले दिनों में अपना आंदोलन तेज करेगा. इसके साथ ही उन्होंने रूपाला के खिलाफ लड़ाई में गुजरात समुदाय के सदस्यों को समर्थन देने के लिए राजस्थान जैसे अन्य राज्यों के क्षत्रियों को धन्यवाद दिया. बैठक को कई अन्य समुदाय के लोगों ने भी संबोधित किया साथ ही शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करने की अपील की. 


‘रूपाला ने बेटियों और बहनों का अपमान किया’
क्षत्रिय समुदाय की महिला नेता तृप्ति बा बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि परषोत्तम रूपाला ने समुदाय की बेटियों और बहनों का अपमान किया है उन्हें जाना होगा. महिलाओं के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने वाला कोई काम नहीं किया जाना चाहिए और जब तक हमारा आत्मसम्मान बहाल नहीं हो जाता, हम चुप नहीं बैठेंगे. एक अन्य समुदाय के नेता दशरथसिंह सरवैया ने दावा किया कि "रूपाला के दिन अब गिने-चुने रह गए हैं और उन्हें राजकोट के लोगों का सांसद के रूप में प्रतिनिधित्व नहीं करना चाहिए.


क्या बोले थे परषोत्तम रूपाला? 
बता दें कि परषोत्तम रूपाला ने हाल ही में यह दावा करने के बाद क्षत्रिय समुदाय को नाराज कर दिया कि तत्कालीन 'महाराजाओं' ने अंग्रेजों सहित विदेशी शासकों के उत्पीड़न के आगे घुटने टेक दिए थे. उन्होंने कहा कि इन 'महाराजाओं' ने इन शासकों के साथ रोटी तोड़ी और अपनी बेटियों की शादी भी उनसे की. क्षत्रिय समुदाय के सदस्य मांग कर रहे हैं कि बीजेपी उन्हें राजकोट लोकसभा सीट की उम्मीदवारी से हटा दे. रूपाला ने दो बार माफी मांगी है, लेकिन समुदाय संतुष्ट नहीं है.


यह भी पढ़ें: लोकसभा चुनाव के बीच गुजरात में 35 IPS अफसरों का प्रमोशन और ट्रांसफर, गुजरात सरकार ने जारी किया आदेश