पंचमहल जिले के गोधरा में विजयादशमी के अवसर पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए असामाजिक तत्वों द्वारा किए गए अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया. यह कार्रवाई शहर के नागा तलावड़ी क्षेत्र में की गई, जहां पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में कुल 33 अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाया गया.
प्रशासन ने इस दौरान पांच जेसीबी मशीनों की मदद से सरकारी जमीन पर कब्जा कर बनाए गए मकान ढहा दिए गए. जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. हरेश दुधात ने बताया कि ये अतिक्रमण असामाजिक तत्वों और असामाजिक गतिविधियों से जुड़े 33 लोगों के थे.
33 संपत्तियों पर की गई कार्रवाई
कार्रवाई के दौरान जिला प्रशासन, नगर पालिका, स्वास्थ्य विभाग और MGVCL की टीमें मौजूद रहीं. कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच पुलिस ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया, ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो. पुलिस अधीक्षक डॉ. हरेश दुधात ने बताया कि जिन 33 संपत्तियों पर कार्रवाई की गई, वे सभी असामाजिक गतिविधियों में शामिल लोगों की थीं. इस अभियान का मकसद शहर में कानून-व्यवस्था बनाए रखना और आम नागरिकों को राहत देना है.
विजयादशमी असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक- डॉ. हरेश दुधात
जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. हरेश दुधात ने कहा कि विजयादशमी असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है और इसी संदेश को ध्यान में रखते हुए यह कार्रवाई की गई. उन्होंने बताया कि शहर में चोरी, अवैध गतिविधियों और लोगों को परेशान करने वाले तत्वों को खत्म करने के लिए प्रशासन ने यह कदम उठाया है. कुल 35 संपत्तियों में से 33 अतिक्रमणों को हटाया गया, जबकि शेष दो मामलों में कानूनी प्रक्रिया जारी है.
असामाजिक गतिविधियों पर होगी सख्ती
गोधरा में लंबे समय से असामाजिक तत्वों के कारण स्थानीय लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. प्रशासन को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर असामाजिक गतिविधियों का अड्डा बनाया जा रहा है. दशहरे के मौके पर प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए साफ संदेश दिया कि गोधरा में कानून से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.
स्थानीय लोगों ने किया स्वागत
इस कार्रवाई का स्थानीय लोगों ने स्वागत किया. उनका कहना था कि लंबे समय से ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही थी. विजयादशमी के दिन प्रशासन का यह कदम वास्तव में असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक बन गया है. गोधरा की यह कार्रवाई न सिर्फ प्रशासन की दृढ़ इच्छाशक्ति को दर्शाती है बल्कि यह भी साफ संदेश देती है कि आने वाले दिनों में जिले में किसी भी प्रकार का अवैध कब्जा या असामाजिक गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी.