मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का काम तेजी से चल रहा है. इस कॉरिडोर की कुल लंबाई 508 किलोमीटर होगी, जिसमें गुजरात और केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली में 352 किलोमीटर और महाराष्ट्र में 156 किलोमीटर शामिल हैं. इस परियोजना में 12 खास तौर से डिज़ाइन किए गए बुलेट ट्रेन स्टेशन होंगे.
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में जो 12 स्टेशन बनाए जा रहे हैं, उनमें गुजरात में साबरमती, अहमदाबाद, आणंद, वडोदरा, भरूच, सूरत, बिलिमोरा, वापी और महाराष्ट्र में बोईसर, विरार, ठाणे और मुंबई शामिल हैं.
गुजरात के स्टेशनों का निर्माण कार्य लगभग पूरा
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर पर गुजरात के स्टेशनों का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस बारे में जानकारी देते हुए पहले कहा था कि देश की पहली बुलेट ट्रेन सेवा बहुत जल्द शुरू होगी और इससे मुंबई और अहमदाबाद के बीच यात्रा का समय दो घंटे सात मिनट तक कम हो जाएगा.
आधुनिक डिजाइन और सांस्कृतिक पहचान के साथ स्टेशन
रेल मंत्रालय ने गुरुवार (28 अगस्त) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''गुजरात में मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर पर बुलेट ट्रेन स्टेशनों का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है. आधुनिक डिजाइन, सांस्कृतिक पहचान, बेहतर कनेक्टिविटी और पर्यावरण-अनुकूल सुविधाओं के साथ, ये स्टेशन यात्रियों की सुविधा को नई परिभाषा देंगे और यात्रा के नए मानक स्थापित करेंगे.''
कॉरिडोर पर यूजर फ्रेंडली स्टेशन
आईएएनएस की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस कॉरिडोर पर 12 स्टेशनों को थीम आधारित एलीमेंट्स और ऊर्जा-कुशल सुविधाओं के साथ डिजाइन किया गया है. ये यूजर फ्रेंडली और एनर्जी पॉजिटिव स्टेशन विश्व स्तरीय यात्री अनुभव प्रदान करने के लिए डिजाइन किए गए हैं, साथ ही इनमें सस्टेनेबिलिटी को प्राथमिकता भी दी गई है. इसके अलावा रेलवे की ओर से 2030 तक नेट जीरो कार्बन का लक्ष्य रखा गया है.
बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को 13 नदियों और कई हाईवे पर पुल बनाए जा रहे हैं. इसमें कई रेलवे लाइनों को सात स्टील और प्रीस्ट्रेस्ड कंक्रीट पुलों के माध्यम से पार किया जाएगा. प्रोजेक्ट की कुल अनुमानित लागत लगभग 1,08,000 करोड़ रुपये है.