Gujarat News: शनिवार को सुबह गुजरात के सूरत के अलथान क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना हुई, जो हर माता-पिता के लिए आंखें खोलने वाली है. मोबाइल पर बातचीत के दौरान मां ने गुस्से में आकर बेटी से 'जाओ मर जाओ' कह दिया, जिससे 17 साल की किशोरी को इतना बुरा लगा कि वह सीधे हाईराइज बिल्डिंग की 15वीं मंजिल पर आत्महत्या करने पहुंच गई. लगभग एक घंटे तक चले सांस रोक देने वाले नाटक के बाद फायर ब्रिगेड कर्मचारियों की सतर्कता और स्थानीय लोगों की समझाइश से किशोरी की जान बचा ली गई.

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स्वीम पैलेस में बना फिल्मी दृश्य

अलथान क्षेत्र में स्थित 'स्वीम पैलेस' अपार्टमेंट में शनिवार सुबह 9 से 10 बजे के आसपास अफरातफरी मच गई. लड़की मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अयोध्या की रहने वाली थी और यहां एक डॉक्टर के घर पर काम करती थी. किशोरी बिल्डिंग की दीवार पर चढ़ गई और लगातार रोते हुए चिल्ला रही थी, "मैं कूद जाऊंगी, मैं अभी कूद जाऊंगी." यह दृश्य देखकर नीचे खड़े लोगों की जान हलक में आ गई.

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'तुम मर जाओ तो अच्छा है'

प्राथमिक जानकारी के मुताबिक, किशोरी की अपनी मां से फोन पर किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था. बातचीत के दौरान आवेश में आकर मां ने उसे डांटते हुए कहा था, "तुम मर जाओ तो अच्छा है." अपनी ही मां के मुंह से ऐसे कठोर शब्द सुनकर भावुक हुई बेटी ने आवेश में आकर जीवन समाप्त करने का निर्णय लिया और वह सीधे बिल्डिंग की छत पर पहुंच गई.

बुजुर्ग लड़की को नीचे उतारने के लिए गिड़गिड़ाए

जब किशोरी मौत की छलांग लगाने की तैयारी में थी, तब बिल्डिंग के निवासी और बुजुर्ग उसे नीचे उतारने के लिए गिड़गिड़ा रहे थे. एक वृद्ध दादा ने उसे प्यार से समझाते हुए कहा, "बेटी तुम तो रोज आरती करती हो, तुम मेरी अच्छी बेटी हो, मुझ पर भरोसा रखो और नीचे आ जाओ."

उसके मकान मालिक ने भी भावुक होकर कहा, "अगर तुम नीचे आ जाओगी तो तुम्हारी शादी की सारी जिम्मेदारी हमारी, हम तुम्हारी धूमधाम से शादी करवाएंगे, लेकिन ऐसा कदम मत उठाओ."

फायर ब्रिगेड ने लड़की को ऐसे बचाया 

घटना की जानकारी मिलते ही वेसू फायर स्टेशन के अधिकारी कीर्ति मोद और उनकी टीम हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म, सेफ्टी नेट और जंपिंग कुशन के साथ तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे. आसपास की कंस्ट्रक्शन साइट से भी मजदूर जाल लेकर दौड़ पड़े. किशोरी लगातार चेतावनी दे रही थी कि कोई उसके पास आएगा तो वह कूद जाएगी. इस नाजुक स्थिति में फायर ऑफिसर ने समयसूचकता का उपयोग करके उसे बातों में उलझाए रखा. उसका ध्यान भटकाते ही पीछे से हाइड्रोलिक लिफ्ट के ऑपरेटर ने झपट्टा मारकर किशोरी को सुरक्षित रूप से पकड़ लिया.

एक घंटे की मशक्कत के बाद लड़की को उतारा

एक घंटे की मशक्कत के बाद किशोरी को सकुशल नीचे उतारा गया. इसके बाद पुलिस ने किशोरी और उसके माता-पिता की काउंसलिंग शुरू की ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो. यह मामला आवेश में आकर बच्चों को कुछ भी कह देने वाले अभिभावकों के लिए गंभीर चेतावनी है.