गुजरात में SIR की प्रक्रिया के बाद ड्राफ्ट वोटर की लिस्ट जारी कर दी गई है. शुक्रवार (19 दिसंबर) को जारी ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में 4.34 करोड़ मतदाता वैलिड पाए गए. पहले वोटर्स की संख्या 5.08 करोड़ थी. यानी SIR की प्रक्रिया में करीब 74 लाख वोटर्स के नाम हटे हैं. चुनाव आयोग के मुताबिक, 5 करोड़ 8 लाख 43 हजार 436 वोटर्स में से 4 करोड़ 34 लाख 70 हजार 109 वोटर्स वैध पाए गए. यानी एसआईआर की प्रक्रिया में 73 लाख 73 हजार 327 मतदाताओं के नाम हटे हैं.

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जिनका नाम ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में नहीं है वो क्या करें?

दावा और आपत्ति की अवधि 19 दिसंबर 2025 से 18 जनवरी 2026 तक खुली रहेगी. जिनके नाम ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में नहीं है, वे आधार प्रमाण के साथ फॉर्म-6 भरकर नाम जोड़ने के लिए आवेदन कर सकते हैं. एक से अधिक स्थानों पर मतदाता के रूप में नाम दर्ज होना दंडनीय अपराध है. चुनाव आयोग ने अपील की है कि वे दावा-आपत्ति अवधि के दौरान अपने विवरणों की सावधानीपूर्वक जांच करें.

27 अक्टूबर से SIR अभियान चलाया गया

चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार राज्यभर में 27 अक्टूबर से SIR अभियान चलाया गया था. एन्यूमरेशन (गिनती) की प्रक्रिया को तीन दिन बढ़ाकर 14 दिसंबर तक किया गया था ताकि फॉर्म जमा करने के लिए अतिरिक्त समय दिया जा सके. 

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राज्य के सभी 33 जिलों और 182 विधानसभा क्षेत्रों में गणना प्रक्रिया पूरी की गई. सत्यापन प्रक्रिया के तहत पारदर्शिता और सटीकता सुनिश्चित करने के लिए बूथ लेवल ऑफिसर्स (बीएलओ) और मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट्स (बीएलए) के बीच बैठकें आयोजित की गईं. 

इन बैठकों के बाद, निर्वाचन क्षेत्रवार मतदाता सूची को संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारियों की वेबसाइटों और सीईओ गुजरात की वेबसाइट पर अपलोड किया गया, ताकि मतदाता अपने विवरण की जांच कर सकें.

अंतिम सत्यापन चरण में 18,07,277 मृत मतदाताओं, 9,69,813 ऐसे मतदाताओं जो अपने पंजीकृत पते पर नहीं मिले, और 40,26,010 स्थायी रूप से स्थानांतरित मतदाताओं की पहचान की गई. 

इसके अलावा, 3,81,534 दोहरे (डुप्लीकेट) मतदाताओं को भी चिह्नित किया गया. सीईओ कार्यालय ने कहा कि विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान में गुजरात का प्रदर्शन मजबूत रहा है, जिसका उद्देश्य आगामी चुनावों से पहले स्वच्छ, सटीक और समावेशी मतदाता सूची तैयार करना है.