गुजरात के साबरकांठा के माजरा गांव में शुक्रवार रात दो समूहों के बीच स्थानीय मंदिर के प्रबंधन को लेकर विवाद हो गया, जिसके बाद ये विवाद हिंसा में बदल गया, इस दौरान गुस्साई भीड़ ने कई वाहनों में आग लगा दी और जमकर तोड़फोड़ की. इस हिंसा में 20 लोग घायल हो गए हैं. 

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हिंसा के बाद माजरा गाँव के हालात हालात काफी खराब हो गए. घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए मौके पर पुलिस तैनात कर दी गई है. फिलहाल मौके पर शांति हैं लेकिन, पुलिस पूरी सतर्कता बरत रही है. पुलिस के मुताबिक दोनों गुटों के बीच पुरानी रंजिश चल रही है. जिसके बाद दोनों समूहों में विवाद हो गया.  

पुलिस अधीक्षक ने दी ये जानकारी

साबरकांठा के पुलिस उपाधीक्षक अतुल पटेल ने इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि माजरा गांव में कल रात लगभग 10:30 बजे दो गुटों के बीच पथराव और आगजनी की घटना दर्ज की गई. लगभग 110 से 120 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. 

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इस घटना में कई दोपहिया वाहन, 10 से अधिक चार पहिया वाहन और कुछ घरों के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए. इस घटना के सिलसिले में अब तक लगभग 20 लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है. अब तक लगभग 10 लोग घायल हुए हैं. 

सीसीटीवी खंगालने में जुटी पुलिस

पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज तलाश रही है, जिससे आरोपियों की पहचान की जा सके. इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आसपास भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है. पुलिस ने शनिवार सुबह विस्तृत फ़्लैग मार्च भी निकाला. 

डीएसपी पटेल ने कहा, माजरा गांव में अब स्थिति नियंत्रण में है और शांति बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है. हिंसा भड़काने वालों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच की जा रही है. पुलिस ने लोगों से जांच में सहयोग करने की अपील की है. लोगों को अफवाहों से सावधान रहने का कहा गया है. 

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