Gujarat Heart Attack News Today: गुजरात के अलग-अलग शहरों में गुरुवार को तीन लोगों की हार्ट अटैक (Heart Attack) से मौत हो गई. राजकोट (Rajkot) में एक नाबालिग और एक युवक की मौत हो गई है और नवसारी (Navsari) में दिल का दौरा पड़ने से एक व्यक्ति की जान चली गई. राजकोट में हर्षिल गोरी नाम के 17 साल के नाबालिग कीमौत हो गई. वहीं हनुमान मढ़ी चौक इलाके में रहने वाले 40 वर्षीय मुकेशभाई फोरियाटर की भी दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई.


एबीपी अस्मिता की रिपोर्ट के मुताबिक नवसारी में एक युवक की दिल का दौरा पड़ने से तब मौत हो गई जब वह बाइक से कहीं जा रहे थे. इस व्यक्ति की पहचान 34 वर्षीय नरेंद्र कुमार दिनेशभाई ऋषि के रूप में हुई है जो कि एचडीएफसी में फील्ड वर्कर थे. हार्ट अटैक आने पर वह बाइक से गिर गए, उनके गिरते ही स्थानी लोग जुट गए. उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.  इस मामले में ग्रामीण पुलिस ने आगे की जांच की है. युवक के शव से जरूरी नमूने लेकर मौत के सही कारण की जांच की जा रही है. नवसारी जिले में 4 महीने में युवाओं में हार्ट अटैक की 6 दुखद घटनाएं हो चुकी हैं.


जीवनशैली में बदलाव भी हार्ट अटैक की वजह
युवाओं का दिल लगातार कमजोर हो रहा है. एक चौंकाने वाली रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि आजकल लोग जिस तरह की जीवनशैली जी रहे हैं उसका असर उनके दिल पर पड़ रहा है और दिल के दौरे जैसी घातक बीमारियां बढ़ रही हैं. अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंड डायग्नोस्टिक रिसर्च में प्रकाशित एक रिपोर्ट बताती है कि 2015 तक भारत में लगभग 6.5 करोड़ लोग हृदय रोग से पीड़ित थे. हैरानी की बात यह है कि इनमें से करीब 2.5 करोड़ लोग 40 साल या उससे कम उम्र के हैं.


डराने वाली है WHO की रिपोर्ट
WHO की ताजा रिपोर्ट भी भारतीयों को डरा देगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में पिछले 10 वर्षों में हृदय रोग से होने वाली मौतों की संख्या में 75 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक अकेले साल 2019 में दुनिया भर में दिल की बीमारियों से करीब 1.80 करोड़ लोगों की मौत हो गई. इनमें से 85 प्रतिशत मौतें अकेले दिल के दौरे के कारण होती हैं.


इस वजह से होता है हार्ट अटैक
हृदय रोग विशेषज्ञ के अनुसार हृदयाघात की स्थिति को 'मायोकार्डियल इनफार्क्शन' कहा जाता है. यह एक ऐसी स्थिति है जहां हृदय के एक हिस्से में रक्त की आपूर्ति बंद हो जाती है और इसके कारण रक्त और ऑक्सीजन लंबे समय तक नहीं पहुंच पाता है. जिसके कारण यह काम करना बंद कर देता है और व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है. दिल का दौरा पड़ने का मुख्य कारण आमतौर पर रक्त के थक्कों का जमा होना है. इसे रक्त का थक्का जमना भी कहा जाता है, जो धमनियों में वसा जमा होने के कारण होता है.


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