Grishma Murder Case: 21 वर्षीय ग्रिश्मा वेकारिया की हत्या के मामले में तुरंत सुनवाई की मांग करते हुए कई सामाजिक संगठनों ने सोमवार को सूरत के पुलिस आयुक्त अजय कुमार तोमर और सूरत रेंज के आईजीपी राजकुमार पांडियन को एक ज्ञापन सौंपा.
इन लोगों ने सौंपा ज्ञापन
सूरत डायमंड एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष दिनेश नवादिया, किरण अस्पताल के अध्यक्ष माथुरभाई सवानी, समस्त पाटीदार समाज के अध्यक्ष वेल्जीभाई सेठा, सौराष्ट्र पटेल समाज के अध्यक्ष कांजीभाई भालारा, हीरा उद्योगपति लालजीभाई पटेल और पाटीदार नेता सावजीभाई वेकारिया सहित अन्य ने सूरत पुलिस को ज्ञापन देकर परिवार के लिए तुरंत न्याय की मांग की. दिनेश नवादिया के मुताबिक पुलिस को गश्त तेज करनी चाहिए और असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए.
क्या था पूरा मामला?
कामरेज के पसोदरा इलाके की रहने वाली ग्रिशमा की 12 फरवरी को उस समय बेरहमी से हत्या कर दी गई थी, जब उसने कथित तौर पर आरोपी फेनिल गोयानी के रिश्ते के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था, इसके बाद आरोपी ने ग्रिश्मा के परिवार वालों के सामने ही उसका गला रेंत दिया और साथ ही ग्रिश्मा के भाई ध्रुव और चाचा सुभाषभाई वेकारिया पर भी हमला कर दिया क्योंकि वे उसे बचाने की कोशिश कर रहे थे.
आरोपी है एक फैशन डिज़ाइनर
बाद में हत्यारे ने खुद को मारने की कोशिश में हाथ की नस काट ली जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया. गोयानी एक निजी फर्म में फैशन डिजाइनर के रूप में काम करता है और सौराष्ट्र के गरियाधर का रहना वाला है जबकि ग्रिशमा सूरत शहर में बीकॉम फर्स्ट ईयर की छात्रा थी और जूनागढ़ में रहती थी. ग्रिश्मा के पिता नंदलाल वेकारिया का नाइजीरिया में हीरे का कारोबार है और अपनी मां विलास वेकारिया और ध्रुव के साथ रहती थी.
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