गुजरात सरकार ने सुरेंद्रनगर के जिलाधिकारी राजेंद्रकुमार पटेल का बुधवार (24 दिसंबर) को तबादला कर दिया. उन्हें फिलहाल कोई नई जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई है. सरकार का यह कदम ऐसे वक्त पर आया है, जब जिलाधिकारी कार्यालय में तैनात एक कनिष्ठ अधिकारी को रिश्वत से जुड़े धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया है.

Continues below advertisement

मंगलवार को ईडी ने सुरेंद्रनगर में बड़ी कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय में तैनात राजस्व अधिकारी चंद्रसिंह मोरी के घर छापेमारी की थी. इस दौरान उनके आवास से 67.50 लाख रुपये नकद बरामद किए गए. ईडी का आरोप है कि यह रकम रिश्वत से जुड़ी हुई है और इसे धनशोधन के तहत रखा गया था. इसी मामले में मोरी को गिरफ्तार कर लिया गया.

सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, राजेंद्रकुमार पटेल को सुरेंद्रनगर जिलाधिकारी के पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है. उनकी सेवाएं अगले आदेश तक जीएडी के अधीन रखी गई हैं. इसका मतलब है कि फिलहाल वे किसी भी जिले या विभाग की जिम्मेदारी नहीं संभालेंगे.

Continues below advertisement

नए प्रभारी जिलाधिकारी हुए नियुक्त

अधिसूचना में यह भी साफ किया गया है कि जिला विकास अधिकारी के.एस. याग्निक को अगले आदेश तक सुरेंद्रनगर जिलाधिकारी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. प्रशासनिक कामकाज में कोई रुकावट न आए, इसके लिए यह अंतरिम व्यवस्था की गई है.

कोर्ट में किया गया पेश

गिरफ्तारी के बाद चंद्रसिंह मोरी को बुधवार को यहां एक विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया गया. अदालत ने ईडी की मांग पर उन्हें एक जनवरी तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है. ईडी अब इस बात की जांच कर रही है कि बरामद नकदी किस तरह से जुटाई गई और इसमें और कौन-कौन लोग शामिल हो सकते हैं.

अब सबकी नजर ईडी की आगे की जांच और सरकार के अगले फैसलों पर टिकी है. माना जा रहा है कि जांच के दायरे में और नाम भी सामने आ सकते हैं, वहीं जिलाधिकारी के तबादले को लेकर राजनीतिक और प्रशासनिक चर्चा तेज हो गई है.