Gujarat Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले पाटीदार नेता नरेश पटेल के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगातार सुनने में आ रही हैं. इसी के मद्देनजर प्रभावशाली नेता नरेश पटेल ने शनिवार को कहा कि उन्होंने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ मुलाकात की थी, हालांकि, गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले वह किस राजनीतिक दल में शामिल हो सकते हैं, इसे लेकर उन्होंने अंतिम फैसला नहीं किया है.

'जनता के बीच एक सर्वेक्षण कराया जा रहा'

नरेश पटेल के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों के बीच पाटीदार नेता ने कहा कि श्री खोडलधाम मंदिर ट्रस्ट द्वारा जनता के बीच एक सर्वेक्षण कराया जा रहा है, जिसके आधार पर वह फैसला करेंगे कि किस पार्टी के साथ जुड़ना है. नरेश पटेल श्री खोडलधाम मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख हैं. पटेल का कहना है कि तीनों दलों कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी  के नेताओं ने उनसे मुलाकात की है.  सूत्रों ने बताया कि ऐसा माना जा रहा है कि प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेतृत्व को दिसंबर में प्रस्तावित गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले नरेश पटेल को पार्टी में शामिल करने का सुझाव दिया है.

Gujarat Election 2022: कांग्रेस महासचिव तारिक अनवर ने प्रशांत किशोर को बताया प्रमाणित ब्रांड

एक शादी के प्रोग्राम के दौरान हुई मुलाकात 

उल्लेखनीय है कि पाटीदार समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन का नेतृत्व करने वाले एवं गुजरात प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने हाल में नरेश पटेल को कांग्रेस में शामिल करने में हो रही ''देरी'' पर सवाल उठाया था. गुजरात में पाटीदार समुदाय की आबादी 11-12 प्रतिशत है जो राज्य में कई विधानसभा सीटों के परिणाम को प्रभावित कर सकते हैं. राजकोट हवाई अड्डे पर उतरने के बाद पटेल ने संवाददातओं कहा, ''मैं कल (शुक्रवार) दिल्ली में एक वैवाहिक समारोह में शरीक हुआ, जहां कई दलों के नेताओं से मुलाकात हुई. मैं खासतौर पर किसी का नाम नहीं लूंगा. 

Gujarat Election 2022: BJP अध्यक्ष सीआर पाटिल ने चुनाव से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए 3 दिन की छुट्टी की घोषणा की

मैं इस तथ्य से भी इनकार नहीं करता हूं कि मैंने प्रशांत किशोर से भी मुलाकात की. शादी समारोह में मैंने उनसे मुलाकात की लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि मैं दो मई को कांग्रेस में शामिल होने जा रहा हूं.'' उन्होंने कहा कि शादी समारोह में नेताओं से हुई मुलाकात आधिकारिक नहीं बल्कि अनौपचारिक थी.