Crocodile in Gujarat: शहर से करीब 10 किलोमीटर दूर देना गांव के सरकारी स्कूल में दिन भर बच्चों की चहल-पहल रहती है. करीब ढाई बजे प्राथमिक विद्यालय परिसर में छह फीट लंबा मगरमच्छ (Crocodile) घुस गया. खुशकिस्मती से छात्रों ने इस मगरमच्छ (Crocodile) को देख लिया. इसके बाद समय रहते मगरमच्छ को रेस्क्यू कर लिया गया. वन्यजीव कार्यकर्ता हेमंत वाधवाना ने कहा, “मगरमच्छ विश्वामित्री (Vishwamitri) से बाहर निकल गया होगा जो स्कूल से सिर्फ आधा किलोमीटर दूर स्थित है. यह स्कूल परिसर में घुस गया और उसने जमीन पर रेंगना शुरू कर दिया जहां छात्र दिन के समय खेलते हैं.”
रेस्क्यू कर वन विभाग को सौंपा गया रेप्टाइलकुछ आवारा कुत्तों ने मगरमच्छ (Crocodile) को देखा और भौंकने लगे, जिसके बाद कुछ स्थानीय लोग स्कूल पहुंचे. उन्होंने तुरंत वन विभाग और वाधवाना को बुलाया, जो मौके पर पहुंचे. वाधवाना ने टीओआई को बताया, “मगरमच्छ (Crocodile) को बचाने में हमें कुछ समय लगा क्योंकि अंधेरा था और मगरमच्छ (Crocodile) थोड़ा आक्रामक था. इसे वन विभाग को सौंप दिया गया है”
अक्सर नदी से बाहर निकल आते हैं रेप्टाइलस्थानीय निवासी साजिद शेख ने कहा कि अगर मगरमच्छ (Crocodile) सुबह स्कूल परिसर में घुसा होता तो स्थिति भयावह होती. देना गांव के निवासियों ने बताया कि विशाल मगरमच्छ अक्सर विश्वामित्री (Vishwamitri) से बाहर निकलते हैं और पास के खेतों में देखे जाते हैं. वाधवाना ने कहा, "मानसून के दौरान, जल स्तर बढ़ने पर कई मगरमच्छ (Crocodile) नदी से बाहर निकल जाते हैं."
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