कांग्रेस (Cognress) ने गुजरात विधानसभ चुनाव (Gujarat Assembly Election) में पार्टी विरोधी गतिविधियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. अनुशासन समिति ने 38 कार्यकर्ताओं और नेताओं को निलंबित कर दिया है. दिसंबर 2022 में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों का नेताओं और कार्यकर्ताओं पर आरोप था. अनुशासन समिति के संयोजक बालकृष्ण पटेल ने आज पत्रकारों को बताया कि 95 कार्यकर्ताओं और नेताओं के खिलाफ 71 शिकायतें राज्य इकाई और समिति को मिली थी.


गुजरात विधानसभा चुनाव हार के बाद कांग्रेस की बड़ी कार्रवाई


19 जनवरी को सभी शिकायतकर्ताओं और स्थानीय नेताओं को सुना गया. सुनवाई में कार्यकर्ताओं और नेताओं के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले. लिहाजा, आरोप साबित होने के बाद पार्टी ने छह वर्षों के लिए निलंबित करने का फैसला किया. पटेल ने कहा कि 18 शिकायतों में, पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपियों को जल्द ही व्यक्तिगत रूप से सुना जाएगा. उसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.


पार्टी विरोधी गतिविधियों के खिलाफ नेताओं पर गिराई गाज


पांच शिकायतों में जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्षों से चर्चा के बाद ही कार्रवाई की जाएगी, जबकि 12 शिकायतों को कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिलने के कारण खारिज कर दिया गया. आठ मामलों में शिकायत की कोई गंभीर प्रकृति नहीं थी इसलिए उन्हें केवल चेतावनी दी गई और जाने दिया गया. समिति के पास चार शिकायतें लंबित हैं. गौरतलब है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 77 सीटें जीतकर बीजेपी को 99 सीटों पर रोक दिया था. पांच साल बाद हुए चुनाव में बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की. बीजेपी की जीत के आगे सारे पूर्वानुमान ध्वस्त हो गए. विधानसभा की 182 सीटों में से 156 पर जीत से गुजरात की सियासत में बीजेपी का नया रिकॉर्ड बन गया. गुजरात चुनाव में बीजेपी का वोट शेयर 52.5 फीसदी रहा था.


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