गुजरात में लंबे अंतराल के बाद कोरोना वायरस से संक्रमण के 15 नए मामले सामने आए हैं. अधिकारियों ने वायरस के नये स्वरूप के अधिक गंभीर नहीं होने का उल्लेख करते हुए लोगों से कहा है कि वह घबराएं नहीं. अधिकारियों ने बताया कि सभी मरीजों का उनके घरों पर ही उपचार किया जा रहा है.
ओमिक्रॉन के प्रकार का ही वैरिएंट
अतिरिक्त निदेशक (सार्वजनिक स्वास्थ्य) डॉ. नीलम पटेल ने बताया कि गुजरात में वर्तमान में कोविड-19 के जेएन.1 स्वरूप के 15 मरीजों का उपचार किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि यह वैरिएंट ओमिक्रॉन के प्रकार का ही है. ओमिक्रॉन वैरिएंट पहली बार अगस्त 2023 में सामने आया था.
'बहुत चिंता का विषय नहीं'
नीलम पटेल ने गांधीनगर में कहा, ‘‘गुजरात के अहमदाबाद शहर में 13 संक्रमित हैं जबकि राजकोट शहर और अहमदाबाद ग्रामीण में एक-एक मरीज इसकी चपेट में आया है. संक्रमण के ये मामले ओमिक्रॉन जेएन.1 स्वरूप के हैं, जो कम गंभीर है. यह इस समय गुजरात या भारत के लिए बहुत चिंता का विषय नहीं है.’’
एक मरीज ने सिंगापुर की यात्रा की थी- पटेल
उन्होंने कहा कि हाल के सप्ताहों में चीन, थाईलैंड और सिंगापुर जैसे देशों में कोरोना के हजारों मामले सामने आए हैं और लोग एक स्थान से दूसरे स्थान की यात्रा करते ही हैं, जिससे स्वाभाविक तौर पर संक्रमण भारत में भी फैल गया है. पटेल ने कहा कि गुजरात में कोरोना की पुष्टि वाले एक मरीज ने सिंगापुर की यात्रा की थी.
अधिकारी ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस का ये वैरिएंट कम गंभीर है, इसलिए इन 15 रोगियों में से किसी को भी अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं पड़ी. उनका घर पर ही आइसोलेशन में इलाज किया जा रहा है. हालांकि हमारे अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड हैं, लेकिन उन्हें तुरंत इस्तेमाल करने की कोई आवश्यकता नहीं है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है. लोगों को बस सतर्क रहने की ज़रूरत है. खांसी और जुकाम वाले लोगों को बाहर जाने से बचना चाहिए.’’