Ahmedabad AMC: अहमदाबाद नगर निगम से एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है. एक कर्मचारी 16 साल या कहें कि 5,950 दिनों के लिए नागरिक निकाय के पेरोल पर था, जब तक कि नगरपालिका अधिकारियों को इस बात का एहसास नहीं हुआ कि यह सफाई कर्मचारी अपने रोस्टर से गायब था.
रोस्टर का उपयोग काम पर उपस्थिति दर्ज करने के लिए किया जाता है.
इसके अलावा यह भी हैं मामले
साथ ही एक सहायक आयुक्त ने फर्जी बीकॉम की डिग्री जमा की थी और अब विभागीय कार्रवाई का सामना कर रहा है. उसे पद से वंचित किया जा सकता है.
अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) के ठोस अपशिष्ट प्रबंधन विभाग में परमानेंट नौकरी पाने के लिए एक अन्य नगरपालिका कर्मचारी ने अपने राशन कार्ड में अपने पिता का नाम बदल दिया. एक मामला उस दौरान सामने आया जब विजिलेंस विभाग की जांच में इसका पता चला कि एक तुलाकर्मी सात साल से लापता था. ये लोग उन 19 व्यक्तियों में शामिल थे जिन्हें कथित तौर पर सतर्कता विभाग द्वारा कर्तव्य की अवहेलना का दोषी पाया गया.
एक वरिष्ठ अधिकारी भी है शामिल
एएमसी के एक वरिष्ठ सतर्कता अधिकारी के मुताबिक "एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी, जिसे यौन उत्पीड़न का दोषी पाया गया था वह भी इस विभागीय कार्रवाई के लिए कतार में है. हमारे पास पेशेवर कर विभाग के एक वर्ग 2 अधिकारी का भी मामला है, जिसने पिछले साल अगस्त में क्राइम ब्रांच पुलिस का दिखावा करके एक रेहड़ी-पटरी विक्रेता को परेशान किया. नवरंगपुरा पुलिस ने उसे और उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार किया था, जो अपराध का हिस्सा थे.''
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