Gujarat News: गुजरात के साबरकांठा जिले में दूध की खरीद कीमत बढ़ाने की मांग को लेकर डेयरी किसानों और पशुपालकों ने साबर डेयरी के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. यह आंदोलन 14 जुलाई को शुरू हुआ और देखते ही देखते हिंसक हो गया, जिसमें सैकड़ों लीटर दूध सड़कों पर बहाया गया और साथ ही साथ डेयरी का मेन गेट तोड़ दिया. पुलिस के साथ झड़प में एक पशुपालक की मौत हो गई. इस घटना ने पूरे राज्य में हलचल लचा दी है.
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया
हिम्मतनगर-तलोद मुख्य मार्ग पर हजारों पशुपालकों ने सड़क जाम कर दिया. उन्होंने परिसर में नुकसान पहुंचाया. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हुए और चार पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. भीड़ को रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और करीब 50 आंसू गैस के गोले छोड़े. इस कार्रवाई में पशुपालक अशोक चौधरी नाम के व्यक्ति की मौके पर मौत हो गई, जिसके बाद तनाव और बढ़ गया. देखें वीडियो.
1000 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
पुलिस ने हिंसा, पथराव और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में 1000 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की, जिसमें साबर डेयरी के निदेशक और पूर्व कांग्रेस विधायक जशुभाई पटेल भी शामिल हैं. अब तक 47 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
पशुपालकों का कहना है कि उनकी लागत (चारा, मिनरल्स, और अन्य खर्च) बढ़ रही है, लेकिन साबर डेयरी दूध की उचित कीमत नहीं दे रही. वे 20-25% की बढ़ोतरी चाहते हैं, जबकि डेयरी ने सिर्फ 9-10% की वृद्धि की है, जो महंगाई और लागत को देखते हुए काफी नहीं है.
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