Unified District Information System for Education Plus Report 2020-21: देश में कोरोना महामारी (Corona Pandemic) शुरू होने के बाद लगभग पिछले दो सालों में ज्यादातर समय सरकारी और प्राइवेट स्कूल बंद ही रहे हैं. इस बीच कोरोना काल के दौरान की एक ऐसी रिपोर्ट सामने आई है, जो चौंकाने वाली है. दरअसल कोरोना महामारी के दौरान सरकारी सहायता प्राप्त प्राइवेट स्कूल के करीब 40 लाख छात्र सरकारी स्कूलों में स्थानांतरित हो गए हैं. यही नहीं 2019-20 के मुकाबले 2020-21 में स्कूल में एडमिशन लेने वालों मेें 28.32 लाख की बढ़ोतरी हुई है.

यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इंफॉर्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन प्लस 2020-21 की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि स्कूली शिक्षा के सभी स्तरों पर पिछले साल की तुलना में 2020-21 में सकल नामांकन अनुपात (GER) में सुधार हुआ है, लेकिन महामारी की वजह से प्री-प्राइमरी और क्लास वन के नमाकंन में कमी आई है. रिपोर्ट के मुताबिक 2019-20 की तुलना में 2020-21 में प्री-प्राइमरी स्तर के नामांकन में 29.1 लाख और कक्षा 1 में 18.8 लाख की कमी आई है.

26.44 करोड़ को पार पहुंचा कुल नामांकन

रिपोर्ट में कहा गया है कि महामारी के दौरान बच्चों के स्कूल में नामांकन को स्थगित करने के कारण भी ये कमी आई होगी. 2020-21 में प्राथमिक से उच्च माध्यमिक स्तर तक स्कूली शिक्षा में कुल नामांकन 25 करोड़ से अधिक था, जिसमें लगभग 13 करोड़ लड़के और 12 करोड़ लड़कियां शामिल थीं. रिपोर्ट के अनुसार प्री-प्राइमरी से हायर सेकेंडरी तक सभी स्कूलों का कुल नामांकन 2020-21 में 26.44 करोड़ को पार कर गया है. प्राथमिक से ऊपर के सभी स्तरों पर, यानी उच्च प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक में, स्कूल नामांकन में वृद्धि हुई है. 

40% स्कूलों में है अब कंप्यूटर

रिपोर्ट के मुताबिक नामांकन के साथ-साथ स्कूली शिक्षा के विभिन्न स्तरों पर छात्र-शिक्षक अनुपात (पीटीआर) में भी इस दौरान सुधार हुआ है. 2020-21 में प्राइमरी के लिए पीटीआर 26.3 पर पहुंच गया है, जो 2018-19 में 28 था. उच्चतर माध्यमिक के पीटीआर में अधिकतम सुधार हुआ है, जो कि 2018-19 में 30 से बढ़कर 2020-21 में 26.3 हो गया है. वहीं 40% स्कूलों में अब कंप्यूटर है.

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