Delhi DCW President wrote letter Amit Shah: दिल्ली महिला एवं बाल विकास विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के द्वारा एक किशोरी से कई बार दु्ष्कर्म करने और उसे गर्भवती करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है.  प्रदेश सरकार ने आरोपी अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है, जबकि दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इस मामले को लेकर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखा है. 


दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिख कर तीन मांगें रखी हैं. स्वाति मालीवाल ने कहा, 'मुझे बच्ची या उसके परिवार से मिलने दिया जाए, जिससे डीसीडब्ल्यू परिवार की मदद कर सके.' दूसरी मांग उन्होंने पीड़ित बच्ची का इलाज ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) में कराने की रखी है. स्वाति ने कहा, 'अगर पीड़िता या उसकी फैमिली एम्स में इलाज के लिए शिफ्ट नहीं होना चाहते हैं, तो एम्स के डॉक्टरों की एक टीम पीड़िता के जांच और इलाज के लिए भेजी जाए.'


इसके अलावा, स्वाति मालीवाल ने इस मामले में आरोपी को दिल्ली पुलिस द्वारा देरी से गिरफ्तार किए जाने पर भी जांच कमेटी बैठाने की मांग की है.


स्वाति मालीवाल ने गृह मंत्री को पत्र लिख लगाये ये आरोप


इससे पहले स्वाति मालीवाल ने गृह मंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में दिल्ली पुलिस के पर आरोप लगाते हुए कहा कि 'सोमवार (21 अगस्त) को वह पीड़िता और उसकी फैमिली से मिलने 11 बजे सुबह प्राइवेट अस्पताल में पहुंची थी. इस दौरान अस्पताल के निदेशक और गार्ड द्वारा अंदर जाने से रोक कर, मौके पर डीसीपी और एसीपी को सूचित कर दिया गया.


हालांकि दिल्ली पुलिस अस्पताल के अदंर मौजूद थी और उन्होंने अस्पताल प्रशासन से डीसीडब्ल्यू को पीड़िता और उसकी फैमिली से मिलने को लेकर रोक लगाने को कहा था. बाद में अस्पताल प्रशासन द्वारा मुझे पीड़िता की मां का एक पत्र दिखाया गया, जिसमें दो लाइन में कहा गया था कि वह किसी से नहीं मिलना चाहती हैं. 


दिल्ली पुलिस और प्राइवेट अस्पताल कर रहे हैं गैर कानूनी- स्वाति मालीवाल


स्वाति मालीवाल ने पीड़िता की मां द्वारा लिखे गए पत्र पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा कि, अगर पीड़िता की मां ने किसी से मिलने से मना किया था तो फिर नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स (NCPCR) के चेयरमैन को दिल्ली पुलिस अस्पताल के अंदर पीड़िता की मां से कैसे मिलने दिया था? उन्होंने कहा कि मैंने अस्पताल के बाहर 24 घंटे बिताया.


इस दौरान मैंने दिल्ली पुलिस और अस्पताल प्रशासन से पीड़िता और उसकी फैमिली से मिलने के लिए बार-बार रिक्वेस्ट की लेकिन उन्होंने मुझे नहीं दिया. स्वाति मालीवाल ने कहा कि, अगर दिल्ली पुलिस और प्राइवेट अस्पताल मुझे पीड़िता और उसकी फैमिली से मिलने से रोकते हैं तो ये गैरकानूनी है. 


पुलिस बुराड़ी चर्च में जाकर कर सकती है जांच


इस मामले में दिल्ली पुलिस ने आरोपी डिप्टी डायरेक्टर का पोटेंसी टेस्ट कराया.  पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि आरोपी चर्च में भी उसके साथ छेड़खानी करता था. पीड़िता के इस बयान के बाद पुलिस चर्च जाकर जांच कर सकती है. बुराड़ी के इस चर्च में आरोपी डिप्टी डायरेक्टर सचिव भी रहा है. 


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