Pahalgam Terror Attack: राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि महाराज ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में पाकिस्तान, स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती और कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 'पहलगाम आतंकी हमले को लेकर अगर कोई राजनीति करता है तो वह राष्ट्रवादी नहीं हो सकता. मैं ऐसे व्यक्ति को देश का गद्दार मानता हूं.'

स्वामी गोविंद देव गिरि महाराज ने कहा, "पहलगाम आतंकी हमले को लेकर राजनीति करने वाले कौन हैं, क्या बोल रहे हैं, मैं नहीं जानता. मैं तो समझ रहा था कि जम्मू कश्मीर में धारा 370 की समाप्ति के बाद सामान्य स्थिति बहाल हो गई है, लेकिन ऐसा अभी पूरी तरह से नहीं हो पाया है."

'पाकिस्तान का नामोनिशान मिटाने में केंद्र सरकार सक्षम' 

स्वामी गोविंद देव गिरि महाराज ने आगे कहा,"जम्मू के पहलगाम में आतंकी हमला एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. हमारी सरकार मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है. यह जवाब इस तरह दिया जाना चाहिए कि पापी देश (पाकिस्तान) का नामोनिशान तक न बचे." 

उन्होंने ज्योतिष पीठाधीश्वर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के बयान को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा, "जिस स्वामी का आपने नाम लिया है, वो कहीं के शंकराचार्य नहीं हैं. वे नकली शंकराचार्य हैं. हम उनको शंकराचार्य नहीं मानते हैं. वह सनातन धर्म के बारे में लोगों को गुमराह करने के लिए कांग्रेस के पिट्ठुओं का साथ दे रहे हैं. उन्होंने राष्ट्र के विरोध में इस तरह की अनेक बातें की है."

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती कर रहे हैं पाप- स्वामी गोविंद देव गिरि महाराज 

स्वामी गोविंद देव गिरि महाराज ने कहा, "स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती आए दिन हमारे प्रधानमंत्री का मजाक उड़ाने का जो पाप कर रहे हैं, वो किसी स्वामी का काम नहीं है. किसी भी स्वामी को राष्ट्रीय दृष्टि का आदर्श सामने रखकर बात करनी चाहिए. उन्हें किसी पार्टी का पिट्ठू नहीं बनना चाहिए, जो वे बन चुके हैं." 

इससे पहले उन्होंने कहा था कि देश के ज्वलंत विषयों को लेकर सुधांशु महाराज की देख-रेख में एक समारोह का आयोजन हुआ. सभी लोगों को मिलकर सही दिशा में काम करते रहें. ताकि हमारी एकत्रित शक्ति राष्ट्र की ऊर्जा बन जाए. 

कौन हैं स्वामी स्वामी गोविंद देव गिरि महाराज?

स्वामी गोविंद देव गिरि अपने भक्तों के बीच 'स्वामीजी' के नाम से लोकप्रिय हैं. वह अयोध्या स्थित श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष हैं. कृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट मथुरा के भी उपाध्यक्ष हैं. हिंदू धर्मग्रंथों के अभ्यासी, रामायण, भगवद गीता और अन्य प्राचीन हिंदू धर्म ग्रंथों के उपदेशक हैं.