Stray Dog Terror News: दिल्ली के वसंत कुंज के सिंधी बस्ती इलाके में अवारा कुत्तों द्वारा दो सगे भाईयों को नोंच-नोंचकर मार देने की घटना के बाद से आतंक (Stray Dog Terror) का माहौल है. इस घटना ने लोगों में चिंता की लकीरें बढ़ा दी है. खास बात यह है कि इस तरह की घटनाओं की सूचना केवल वसंत कुंज इलाके से नहीं बल्कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा सहित यूपी के अन्य इलाकों से भी आती रहती हैं. दिल्ली में तो कुत्तों को काटने और आवारा कुत्तों की संख्या कम करने को लेकर साल भर एमसीडी की ओर से अभियान भी चलाए जाते हैं. इसके बावजूद राष्ट्रीय राजधानी में आवारा कुत्तों के आतंक ने सबको सकते में डाल दिया है. 


चिंता की बात ये है कि आवारा कुत्तों के काटने की समस्या दिल्ली तक सीमित नहीं है. यह वैश्विक स्तर पर एक बड़ी समस्या के रूप में उभरकर सामने आने के संकेत हैं. डब्ल्यूएचओ के एक अनुमान के मुताबिक रेबीज से वैश्विक मौत का 36% मामले भारत से होता है. प्रति वर्ष 18 हजार से 20 हजार कुत्ते के काटने से मामले सामने आते हैं. इनमें से लगभग 30 से 60 प्रतिशत मामले और मौतें 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की होती हैं.


एनसीपीसीआर ने एमसीडी कमिश्नर को किया तलब


वसंत कुंज में आवारा कुत्तों के आतंक मामले ने अब राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग (NCPCR) को भी सकते में डाल दिया है. इस घटना के बाद एनसीपीसीआर ने दिल्ली नगर निगम के कमिश्नर ज्ञानेश भारती को इस मसले पर नोटिस जारी किया है. उन्होंने ज्ञानेश भारती से एक्शन टेकेन रिपोर्ट के साथ शुक्रवार को तलब किया है. साथ ही कहा है कि आवारा कुत्तों के खिलाफ दिल्ली में प्रभावी कदम भी उठाएं. 


यूपी के हाथरस की बात करें तो वहां के हालात तो और भी चिंताजनक हैं. विगत एक महीने में कुत्तों ने 14 सौ लोगों को काटा है.  हाथरस जिला अस्पताल के आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले एक महीने में एआरवी की फर्स्ट डोज लगवाने के लिए 1400 मरीज अस्पताल आए. सोमवार को भी एआरवी कक्ष में मरीजों की भीड़ लगी रही. 


कुत्तों के काटने पर देसी इलाज से फायदे का न करें इंतजार


पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अमित कुमार का कहना है कि वेदर में बदलाव की वजह से कुत्तों में तनाव की समस्या उठ खड़ी होती हैं. इससे कुत्तों का व्यवहार हिंसक हो रहा है. बदलते मौसम में अक्सर कुत्ते हिंसक हो जाते हैं. इसके अलावा आवारा कुत्तों को लेकर लोगों के गलत रवैये से भी कुत्तों के व्यवहार पर फर्क पड़ता है. आम जीवन में लोग आवारा कुत्तों से अच्छा व्यवहार नहीं करते हैं. इससे भी कुत्तों के व्यवहार एग्रेसिव होता है. उनका कहना है कि कुत्ता काटने पर घाव को साबुन और पानी से साफ करें. घाव पर एंटीबायोटिक क्रीम लगा लें. पीड़ित को चिकित्सक के पास लेकर जाएं. एंटी रेबीज वैक्सीन जरूर लगवाएं. देसी दवाओं के चक्कर में न पड़ें.


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