दिल्ली की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने सरिता विहार फ्लाईओवर पर मुठभेड़ के दौरान कुख्यात बदमाश सागर उर्फ़ माया को गिरफ्तार कर लिया. इस मुठभेड़ में सागर के पैर में गोली लगी, जिसके बाद वह पुलिस के हाथ लग गया. पुलिस के अनुसार, सागर अमर कॉलोनी थाने का बैड करैक्टर है. उसके खिलाफ 8 से अधिक मामले दर्ज हैं. इनमें लूट, स्नैचिंग, आर्म्स एक्ट और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर मुकदमे शामिल हैं. सागर माया न केवल लूटपाट करता था बल्कि छोटे-मोटे अपराधियों और बदमाशों से प्रोटेक्शन मनी वसूली भी करता था.

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हथियार और स्कूटर बरामद

पुलिस ने सागर के पास से एक .32 बोर की सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल, दो जिंदा कारतूस, तीन खाली खोखे और एक एन-टॉर्क स्कूटर बरामद किया है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह सबूत सागर की कई लूटपाट और अपराधों की पुष्टि करते हैं.

एसटीएफ की बड़ी सफलता

एसटीएफ का कहना है कि यह गिरफ्तारी उनके लिए बड़ी कामयाबी है. उन्होंने बताया कि सागर माया इलाके में लंबे समय से आतंक फैलाए हुए था और आम लोगों में डर का माहौल था. उसके गिरफ्तारी के बाद अब लोगों को थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है.

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बाकी गैंग का पता लगाने में जुटी पुलिस

पुलिस अब सागर माया के गैंग के बाकी सदस्यों की तलाश में जुटी है. उनका मानना है कि गैंग के अन्य सदस्य अब भी सक्रिय हैं और अलग-अलग इलाकों में अपराध को अंजाम दे रहे हैं. एसटीएफ ने कहा कि जल्द ही सभी गैंगस्टरों को धर दबोचा जाएगा.

फिल्मी किरदार से प्रेरित है गैंग

सागर माया का नेतृत्व करने वाला गैंग भी काफी चर्चित है. पुलिस के अनुसार, इस गैंग में दर्जनभर से अधिक सक्रिय सदस्य हैं. गैंग ने खुद को फिल्म शूटआउट एट लोखंडवाला के माया नामक किरदार से प्रेरित किया है. गैंग का लोगो है “मौत का दूसरा नाम माया”. सभी सदस्यों ने अपने शरीर पर “मौत” का टैटू बनवाया हुआ है, जिसे वे अपनी पहचान मानते हैं.