दिल्ली हाई कोर्ट में आज (21 जुलाई) को 6 नए जजों ने पद की शपथ ली. मुख्य न्यायाधीश देवेंद्र कुमार उपाध्याय ने उन्हें शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण के साथ ही दिल्ली हाईकोर्ट में जजों की कुल संख्या बढ़कर 41 हो गई है.
इन नए जजों का स्थानांतरण विभिन्न हाई कोर्ट्स से किया गया है, जिनमें बॉम्बे, कर्नाटक, राजस्थान और पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट शामिल हैं. इस घटनाक्रम को न्यायपालिका में मजबूती और विविध अनुभवों के समावेश के रूप में देखा जा रहा है.
शपथ लेने वाले नए जजों के नाम
जिन जजों ने आज शपथ ली उनके नाम हैं, न्यायमूर्ति वी. कामेश्वर राव, न्यायमूर्ति नितिन वासुदेव सांबरे, न्यायमूर्ति विवेक चौधरी, न्यायमूर्ति अनिल क्षेत्रपाल, न्यायमूर्ति अरुण मोंगा और यमूर्ति ओ. पी. शुक्ला.
इन सभी जजों ने आज दिल्ली हाई कोर्ट में जज के रूप में शपथ ली. जस्टिस वी. कामेश्वर राव पहले कर्नाटक हाई कोर्ट में कार्यरत थे और अब वे अपने मूल दिल्ली हाई कोर्ट में लौटे हैं. वहीं, जस्टिस नितिन सांबरे बॉम्बे हाई कोर्ट से स्थानांतरित होकर आए हैं.
कहां से कौन जज ट्रांसफर होकर आए?
जस्टिस वी. कामेश्वर राव: कर्नाटक हाई कोर्ट से, जस्टिस नितिन वासुदेव सांबरे: बॉम्बे हाई कोर्ट से, जस्टिस विवेक चौधरी: इलाहाबाद हाई कोर्ट से, जस्टिस अनिल क्षेत्रपाल: पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट से, जस्टिस अरुण मोंगा: राजस्थान हाई कोर्ट से पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट से जस्टिस ओ. पी. शुक्ला.
वरिष्ठतम जज के प्रमोशन से कॉलेजियम में बदलाव
दिल्ली हाई कोर्ट के वरिष्ठतम न्यायाधीश जस्टिस विभु बाखरू को 16 जुलाई को कर्नाटक हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया. उनके स्थानांतरण के बाद दिल्ली हाई कोर्ट के तीन सदस्यीय कॉलेजियम में भी पुनर्गठन किया गया है, जिससे न्यायिक कार्यों की दिशा और प्राथमिकताएं प्रभावित होंगी. यह नियुक्ति और पुनर्गठन आने वाले समय में दिल्ली हाई कोर्ट की कार्यक्षमता को बढ़ावा देगा.