आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि इंडिया गठबंधन बच्चों का खेल थोड़ी है. उन्होंने सवाल किया कि क्या लोकसभा चुनाव के बाद इंडिया गठबंधन की कोई बैठक हुई? किसी ने उस इंडिया गठबंधन को आगे बढ़ाने की पहल की? कभी अखिलेश यादव के खिलाफ कोई टिप्पणी, कभी उद्धव ठाकरे के खिलाफ कोई टिप्पणी, कभी ममता बनर्जी के खिलाफ टिप्पणी होती है.
कांग्रेस ने भूमिका निभाई क्या, सबसे बड़ा सवाल है- संजय सिंह
संजय सिंह ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा कि इंडिया गठबंधन को जिस रूप में एकजुट होकर चलना चाहिए था, उसका सबसे बड़ा दल कौन है, कांग्रेस पार्टी है. कांग्रेस पार्टी ने उसकी भूमिका निभाई क्या? सबसे बड़ा सवाल ये है.
क्या कांग्रेस इंडिया गठबंधन को लीड करने की स्थिति में नहीं है, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "वो तो स्पष्ट है. दिखाई पड़ रहा है. जहां तक आम आदमी पार्टी का सवाल है, हम अपनी स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं."
आम आदमी पार्टी मजबूती से मुद्दों को उठाएगी- संजय सिंह
आप के राज्यसभा सांसद ने कहा, "हमने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है. इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए था. उसके बाद हरियाणा हम अकेले लड़े. दिल्ली हम अकेले लड़े. बिहार का चुनाव अकेले लड़ने जा रहे हैं. गुजरात और पंजाब में हुए उपचुनाव में हम अकेले लड़े. इसलिए आम आदमी पार्टी इंडिया गठबंधन का हिस्सा नहीं है. जो मुद्दे संसद के अंदर उठाने हैं, आम आदमी पार्टी मजबूती से उसको उठाएगी. हमने हमेशा सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाई है, आगे भी निभाएंगे.
इंडिया गठबंधन को जो फैसला करना है, वो करे- आप सांसद
सरकार का विरोध हम पहले भी मजबूती से कर रहे थे. अलग-अलग मुद्दों पर सरकार की जो कमियां हैं हम उसका विरोध करेंगे. इंडिया गठबंधन अपनी बैठक करके जो फैसला करना चाहता है वो करे.
19 जुलाई को इंडिया गठबंधन की बैठक
बता दें कि संसदन का मानसूत्र सत्र 21 जुलाई से शुरू होने वाला है. इससे पहले 19 जुलाई को इंडिया गठबंधन की बैठक बुलाई गई है.