Delhi: दिल्ली (Delhi) के बाढ़ राहत शिविर में राजधानी के बड़े अस्पतालों की संयुक्त टीम इलाज और अन्य मेडिकल सुविधाओं के लिए पहुंच रही है. इस दौरान मरीजों को दवाइयां और बीमारियों से बचने के लिए भी जागरूक किया जा रहा है. मयूर विहार स्थित बाढ़ शिविर में पहुंची दिल्ली एम्स (AIIMS), सफदरगंज (Safdarjung) और आरएमएल (RML) के संयुक्त डॉक्टरों की टीम ने एबीपी न्यूज से बातचीत की.


 दिल्ली के आरएमएल अस्पताल के डॉक्टर शरद पांडे ने बातचीत के दौरान बताया कि, बाढ़ पीड़ितों को इस समय खुद को बीमारियों से भी बचाना बहुत आवश्यक है. बारिश, उमस भरी गर्मी और ऐसे हालात के बाद स्किन की बीमारियां काफी तेजी से बढ़ रही हैं. इसके अलावा बाढ़ के बाद पानी, मच्छरों के काटने और गंदगी से गंभीर बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है.


जागरूक रहना होगा
उन्होंने कहा कि इसलिए आवश्यक है की ज्यादातर लोगों को इसके प्रति जागरूक रहना होगा और मिले संसाधनों में ही अपने आप को बचाने का प्रयास करना होगा. कोविड में हालात जरूर गंभीर थे, लेकिन बीते दशकों में बाढ़ की वजह से ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं देखी. वहीं सफदरगंज अस्पताल के डॉक्टर मुकेश नागर ने एबीपी न्यूज से बातचीत के दौरान कहा कि बीते 4 दिनों से डॉक्टरों की संयुक्त टीम दिल्ली के बाढ़ शिविर में लगातार पहुंच रही है. 


बाढ़ पीड़ितों को स्वास्थ्य के प्रति रहना होगा सचेत
उन्होंने कहा कि पलायन करने के दौरान लगी चोट, पेट दर्द, एलर्जी और अन्य शिकायतों संबंधित दवाइयां, हम लोगों को मुहैया करा रहें है. इसके अलावा बीमारियों से बचने के लिए भी लोगों को जागरूक करने का प्रयास है. बाढ़ से पीड़ित लोगों को इस समय अपने स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा सचेत रहने की आवश्यकता है क्योंकि पानी और गंदगी से होने वाली बीमारियां गंभीर स्थिति पैदा कर सकती हैं.


वहीं लोगों को दवाइयां दे रहे डॉ राहुल ने भी बातचीत के दौरान कहा कि स्किन एलर्जी, मच्छरों के काटने से होने वाले रोग, पेट संबंधित बीमारियां बढ़ने का खतरा इस समय बढ़ जाता है. इसलिए जरूरी है कि मिल रहे खाने को खुले में ना रखें. इसके अलावा पानी को भी ढक कर रखें. साथ ही हो सके तो उबले पानी का ही सेवन करें. बाढ़ राहत शिविर तक डॉक्टरों की टीम पहुंच रही है, लेकिन सभी के सहयोग से ही इस संकट से निकला जा सकता है.


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