Delhi News: दक्षिण दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी सांसद रमेश बिधूड़ी (Ramesh Bidhuri) का विवादित बयान सामने आने के बावजूद विधानसभा चुनाव तैयारी की जिम्मेदारी देने पर विपक्षी दलों के नेताओं ने सत्ताधारी पार्टी पर हमला बोल दिया है. विपक्षी नेताओं ने लोकसभा में बसपा सांसद दानिश अली (Danish Ali) के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां कर विवादों में घिरे सांसद रमेश बिधूड़ी को राजस्थान के टोंक जिले में चुनाव संबंधी जिम्मेदारी सौंपने को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर बुधवार को निशाना साधा है.


पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने अपने पोस्ट एक्स में लिखा कि, ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ बीजेपी का बकवास है.’ वहीं तृणमूल कांग्रेस की सासंद महुआ मोइत्रा ने भी बीजेपी को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा कि मुस्लिम सांसद के खिलाफ टिप्पणियां करने के लिए सांसद रमेश बिधूड़ी को पुरस्कृत किया गया है. टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने अपने पोस्ट एक्स पकहा, ‘‘जिस व्यक्ति को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, उसे कैसे बीजेपी नई भूमिका दे सकती है? क्या यह अल्पसंख्यकों के लिए आपकी स्नेह यात्रा है?’ 


दरअसल, टोंक जिले में बड़ी संख्या में गुर्जर समुदाय के बसे होने के कारण बीजेपी मानती है कि बिधूड़ी गुर्जर वोट उसके पक्ष में ला सकते हैं. वह भी गुर्जर समुदाय से आते हैं. इस जिले में विधानसभा की चार सीट हैं, जिनमें से एक से वरिष्ठ कांग्रेस नेता सचिन पायलट विधायक हैं. पायलट भी गुर्जर हैं. भाजपा सूत्रों ने बताया कि बिधूड़ी की जिम्मेदारी जिले के पार्टी के चुनाव प्रभारी के रूप में होगी.


BJP ने जारी कर रखा है कारण बताओ नोटिस


रमेश बिधूड़ी ने भी एक्स पर अपने पोस्ट में कहा है कि जयपुर में टोंक जिले के लिए हुई समन्वय समिति की बैठक में वह शामिल हुए. प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी भी उस बैठक में उपस्थित थे. लोकसभा में पिछले सप्ताह अली के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने पर कई दलों ने दक्षिण दिल्ली के सांसद बिधूड़ी की आलोचना की थी. विपक्षी दलों ने उन्हें सदन से निलंबित करने की मांग की. उसके बाद बीजेपी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था.


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