Delhi News: भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh tikait) गुरुवार को दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) की पत्नी सीमा सिसोदिया (Seema sisodia) और परिवार के सदस्यों से मिले. मुलाकात के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि आंदोलनकारी जो बोलता है, उसे जेल मिलती है. सरकार ऐसे लोगों को अपने दायरे में बांधना चाहती है. जो इस सरकार के तय मानदंडों के खिलाफ जनहित में बोलते है। उन्हें जेल मिलती है. इसके लिए घबराने की जरूरत है. 

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अदालत पर रखो भरोसा

किसान नेता टिकैत ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ यही होता है, सरकार के खिलाफ बोलने वालों की जेल हो जाती है. राकेश टिकैत ने ये भी कहा कि किसी सियासी दल या संगठनों के लोगों को सरकार की ओर से इन सख्तियों से घबराने की जरूरत नहीं है. न्यायपालिका पर भरोसा रखने की जरूरत है. 

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फरवरी से जेल में हैं सिसोदिया

दिल्ली आबकारी नीति मामले में पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को प्रवर्तन निदेशालय ने फरवरी 2023 में गिरफ्तार किया था. उसके बाद ईडी ने भी भी सिसोदिया के खिलाफ अवैध पैसो की लेन देने को लेकर मामला दर्ज कर हिरासत में लिया था. उसके बाद से मनीष सिसोदिया तिहाड़ जेल मे हैं. सिसोसियो ने इस मामले में कई बार राउज एवेन्यू कोर्ट, दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से जमान​त हासिल करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें अभी तक जमानत नहीं मिली है.

SC का जमानत से इनकार

हाल ही में सुप्रीम कोर्ट उनकी याचिका पर सुनवाई के बाद उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया. साथ ही ये भी कहा कि ईडी ने आबकारी नीति मामले में भ्रष्टाचार के कागजात मुहैया कराए हैं. किसी भी जांच एजेंसी को मामले की जांच में समय लगता है. आप थोड़ा इंतजार करें. अभी हम आपको जमानत नहीं दे सकते. तीन माह के दौरान आपको लेकर जांच एजेंसियां इस मामले में लेटलतीफी से काम कर रही तो आप अदालत के सामने अपनी बात रख सकते हैं.