Raaj Kumar Anand Profile: दिल्ली के कैबिनेट मंत्री राज कुमार आनंद (Raaj Kumar Anand) ने बुधवार को पार्टी और पद दोनों से ही इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपना इस्तीफा सीएम ऑफिस को भेज दिया. वह दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री थे. राज कुमार ने एक कॉन्फ्रेंस कर इस्तीफे का एलान किया और इसकी वजह भी बताई. राज कुमार आनंद ने कहा जो पार्टी भ्रष्टाचार के दलदल में फंस गई और जो पार्टी दलितों के प्रतिनिधित्व से पीछे हटती है तो उसमें रहने का औचित्य नहीं है. 


राज कुमार न प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ''आप आदमी पार्टी का जन्म भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से हुआ था लेकिन आज ये पार्टी खुद भ्रष्टाचार के दलदल में फंस गई है. मेरे लिए मंत्री पद पर रहकर सरकार में काम करना असहज हो गया है. मैं इस पार्टी, सरकार और मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं कि मैं इन भ्रष्ट आचरणों में अपना नाम नहीं जुड़वाना चाहता हूं.''


'बाबा साहेब की वजह से बना मंत्री'
मीडिया से बातचीत में राज कुमार आनंद ने कहा, ''मैं भीम राव आंबेडकर की वजह से मंत्री बना और समाज को वापस देने के लिए बना. दलितों के जब प्रतिनिधित्व की बात आती है तो जो पार्टी उससे पीछे हटती है तो मेरे उसके साथ रहने का औचित्य नहीं बनता.''


राज आनंद ने आगे कहा, ''अरविंद केजरीवाल जी के साथ मेरा संपर्क इसलिए हुआ था क्योंकि उन्होंने कहा था कि राजनीति बदलेगी तो देश बदलेगा. आज राजनीति नहीं बदली लेकिन राजनेता बदल गया. इस्तीफा मैंने सीएम ऑफिस भेज दिया है.''


2020 में पहली बार बने थे विधायक
राज कुमार आनंद को आम आदमी पार्टी ने 2020 के चुनाव में पटेल नगर से टिकट दिया था. उन्होंने बीजेपी के प्रवेश रत्न और कांग्रेस की कृष्णा तीरथ को हराया था. राज कुमार आनंद को सामाजिक कल्याण के अलावा कई अन्य विभागों की भी जिम्मेदारी दी गई थी. वह कमिटी ऑन गवर्मेंट अंडरटेकिंग के सदस्य भी रहे हैं.  राजनीति में आने से पहले राज कुमार आनंद व्यवसायी थे.


नवंबर के महीने में ईडी ने राज कुमार आनंद के सिविल लाइन स्थिति सरकार आवास पर छापेमारी की थी. उनपर कस्टम चोरी और हवाला लेनदेन के आरोप हैं. डीआरआई के संज्ञान पर ईडी ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया था. 




इस्तीफे से चंद घंटे पहले केजरीवाल के समर्थन में लिखी थी यह बात
हैरानी की बात यह है कि जिस पार्टी पर राज आनंद भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं उसी पार्टी का समर्थन करते हुए दो घंटे पहले ही उन्होंने 'एक्स' पर पोस्ट डाला था और मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा था, ''कितनी हास्यास्पद बात है कि एक चुने हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान और एक सांसद को मुलाकात के लिए टोकन नंबर दिया जाता है. फिर मुलाकात को रद्द कर दिया जाता है. तिहाड़ जेल के अधिकारी मोदी सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं.''


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