बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जुड़े हिजाब विवाद पर अब सियासत तेज हो गई है. इस मामले में शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने सोशल मीडिया के जरिए कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
प्रियंका चतुर्वेदी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्ट साझा करते हुए महिला की गरिमा, सम्मान और समानता के अधिकार पर जोर दिया.
समाज में बराबरी के हकदार- प्रियंका चतुर्वेदी
प्रियंका चतुर्वेदी ने अपने बयान में लिखा कि किसी महिला का आत्मसम्मान और यह समझ कि वह समाज में बराबरी की हकदार है. वही उसे मुख्यमंत्री के साथ खड़े होकर सम्मान और पहचान प्राप्त करने का अधिकार देता है. उन्होंने कहा कि महिला की पहचान उसके ज्ञान, आत्मविश्वास और गरिमा से होती है न कि इस बात से कि कोई उसे किस नजर से देखता है या उसके पहनावे पर क्या राय रखता है.
'पहनावे को अपमानित करना ठीक नहीं'
शिवसेना (यूबीटी) सांसद ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि कोई भी व्यक्ति चाहे वह पिता जैसा कोई हो, मुख्यमंत्री हो, प्रधानमंत्री हो, भाई या पति किसी भी महिला को उसके पहनावे की पसंद को लेकर सार्वजनिक रूप से अपमानित नहीं कर सकता है. उन्होंने कहा कि यह केवल एक महिला का व्यक्तिगत मामला नहीं है, बल्कि यह महिलाओं के सम्मान और स्वतंत्रता से जुड़ा गंभीर मुद्दा है.
महिलाओं को निर्णय लेने की होनी चाहिए आजादी- प्रियंका चतुर्वेदी
प्रियंका चतुर्वेदी का यह बयान ऐसे समय पर सामने आया है. जब देश में महिलाओं की स्वतंत्रता, धार्मिक पहचान और व्यक्तिगत पसंद को लेकर लगातार बहस चल रही है. उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक समाज में महिलाओं को निर्णय लेने की आजादी होनी चाहिए और सार्वजनिक पदों पर बैठे लोगों को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए.
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