बीते शनिवार दिल्ली-एनसीआर में तेज हवाओं की वजह से तेजी से बढ़ रहे वायु प्रदूषण में कमी आई है. आसपास के राज्यों में पराली जलाने पर रोक लगने के बाद बीते 24 घंटे में दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं का हिस्सा कम हुआ है. पिछले 24 घंटे में प्रदूषण लेवल 15 अंकों की कमी के साथ AQI 268 दर्ज हुआ है. 


मौसम विभाग के डॉ.वीके सोनी ने समिति को सूचित किया कि उत्तर पश्चिमी हवाओं का रुख 01 नवंबर की सुबह तक ऐसा ही रहेगा और इसकी वजह से वायु की गुणवत्ता 'बहुत खराब' की श्रेणी में जा सकती है.


मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली का न्यूनतम तापमान 14 से 15 डिग्री तक गिर सकता है, जिससे हवा में नमी बढ़ेगी और यह स्थिति प्रदूषकों के फैलने के अनुकूल नहीं होती. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के आधार पर उप समिति ने एनसीआर के राज्यों को हवा की गुणवत्ता 'खराब' श्रेणी होने के दौरान उठाए जाने वाले कदमों के अलावा 'बहुत खराब' श्रेणी के लिए निर्धारित कदमों के लिए भी निर्देश दिया है.


अधिकारियों ने दिए ये जरुरी निर्देश 


बता दें कि शून्य और 50 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच को 'गंभीर' माना जाता है. इससे पहले श्रेणीवार प्रतिक्रिया कार्ययोजना (जीआरएपी) की उप समिति ने गुरुवार को दिल्ली और एनसीआर राज्य के अधिकारियों को डीजल से चलने वाले जेनरेटरों को बंद करने और बस व मेट्रो ट्रेन सेवा के फेरों में बढ़ोतरी करने का निर्देश दिया है.


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