Noida News: अक्सर हम सुनते हैं कि छुट्टियां मनाने लोग पहाड़ों पर चले जाते हैं या किसी टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर पहुंच जाते हैं. लोग अपनी छुट्टियां मनाने ग्रामीण इलाकों में जाए इसको लेकर संस्कृति और कला मंत्रालय लगातार प्रयास कर रहा है. कोशिश की जा रही है कि देश के पर्यटन क्षेत्रों में ग्रामीण पर्यटन को खास पहचान मिले. लिहाजा इसके लिए नोएडा के सेक्टर 62 में बने भारतीय पर्यटन व यात्रा प्रबंधन संस्थान यानी आईआईटीएम ने खास प्लान तैयार करना शुरू कर दिया है.


लोगों को पसंद आ रहा गांव
आईआईटीएम के नोडल अधिकारी डॉ पवन गुप्ता बताते हैं कि शहरों में बढ़ रही भीड़ और व्यस्त जिंदगी के बीच अब लोगों को गांव ज्यादा पसंद आ रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्र लोगों को आकर्षित करने लगा है. इसकी वजह ये है कि आज भी एक पीढ़ी ऐसी है जो खुद शहरों में रह रही है लेकिन उनके माता-पिता गांवों में रह रहे हैं. अपने माता पिता से सुनी हुई किस्से कहानियों को लेकर ऐसे लोगों के मन में ग्रामीण जीवन को लेकर काफी उत्सुकता है, क्योंकि उनका अपना पूरा जीवन शहरों में बीत रहा है.


पर्टन को मिलेगा बढ़ावा
बाहर आने के बाद और यहां नौकरी करने की वजह से ये लोग वापस गांव नहीं जा पा रहे लेकिन उनकी इच्छा पूरी हो इसके मद्देनजर ग्रामीण पर्यटन पर काम किया जा रहा है. लोगों के ग्रामीण क्षेत्रों के प्रति बढ़ते रुझान से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी. वर्तमान में भी देश में अपने देश के पर्यटकों और विदेशों दोनों पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है. ऐसे में अगर ग्रामीण पर्यटन को गति दी जाती है तो यह पर्यटन के साथ ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए एक बेहतर अवसर साबित होगा. 


आईआईटीएम ने किया खाका तैयार
फिलहाल एक्सीलेंस सेंटर के जरिए तमाम राज्यों के पर्यटन बोर्ड के साथ उनके गांवों ऑफ पर्यटन के हिसाब से योजना बनाई जा रही है. देश में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इंटरनेट भी एक बड़ा माध्यम बन गया है. इसको लेकर डा. पवन गुप्ता ने बताया कि मौजूदा वक्त में पर्यटन के क्षेत्र में सोशल मीडिया भी अहम भूमिका निभा रहा है. ऐसे में आईआईटीएम ने भी एक ऐसा ही खाका तैयार किया है जिसके जरिए ग्रामीण पर्यटन के प्रचार-प्रसार के लिए इंटरनेट प्लेटफार्म का इस्तेमाल किया जाएगा.