2 Children Death in Noida: दिल्ली से सटे नोएडा फेज 2 थाना क्षेत्र के गेझा गांव में ठंड से बचाव के लिए आग का सहारा ले रहे परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ गिर गया. इन आग की लपटों ने 2 परिवारों के जलते चिराग बुझा दिए. इस हादसे ने 2 मासूमों की जान चली गई तो वहीं एक बच्चा गंभीर स्थिति में सफदरजंग हॉस्पिटल में भर्ती है. बताया जा रहा है कि यह हादसा शुक्रवार शाम 6:30 बजे हुआ, जब यह तीनों बच्चे आग के आस-पास बैठे थे. तीनों बच्चे जो इस हादसे का शिकार हुए वह एक ही घर में रहते थे, इनमे से दिव्यांश नाम का बच्चा गंभीर हालत में भर्ती है और उसकी उम्र तकरीबन 8 साल है.


वहीं उसकी बहन यशिका की आग में झुलसने से मौत हो गई. उसकी उम्र 6 साल थी. इसके साथ-साथ हादसे का शिकार हुई प्राची की उम्र महज 2 साल थी. यशिका और दिव्यांश के पिता प्राची के घर में किराए पर रहते हैं. दिव्यांश के पिता गंगाराम ड्राइवर है, जबकि प्राची के पिता एक किराने की दुकान चलाते हैं. इस हादसे की जानकारी देते हुए प्राची के पिता बेहद भावुक हो गए और उन्होंने एबीपी न्यूज़ को बताया की तीनों बच्चे उनकी दुकान के सामने आग के सहारे बैठे हुए थे, इतने में जब आग बुझने लगी तो उनकी बच्ची प्राची ने आग को फूंकना शुरू कर दिया, इससे अचानक आग तेज हो गई और उस आग की चपेट में प्राची आ गई.


डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से सफदरजंग अस्पताल में इलाज में हुई देरी: परिजन


उन्होंने बताया कि बच्चे ने ऊनी कपड़े पहने थे इसलिए आग ने देखते ही देखते भयंकर रूप धारण कर लिया और उसकी चपेट में उनके घर में किराए पर रहने वाले गंगाराम के दोनों बच्चे भी आ गए. प्राची के पिता ने आगे बताया कि वह तीनों बच्चों को लेकर नोएडा के एक अस्पताल में पहुंचे, जहां उनकी स्थिति को देखते हुए उन्हें दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया. डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से सफदरजंग अस्पताल में पहले बच्चों को इलाज नहीं दिया गया, लेकिन बाद दिव्यांश को अस्पताल में भर्ती कर लिया गया. तब तक काफी देर होने के कारण यशिका और प्राची दम तोड़ चुकी थी.


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