Noida News: देश की राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा और ग्रेटर नोएडा भी वायु प्रदूषण (Noida Air Pollution) के गंभीर संकटों के दौर से गुजर रहा है. नोएडा में प्रदूषण की स्थिति क्रिटिकल है. नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम का कहना है कि कंस्ट्रक्शन के काम पर पूरी तरह से रोक है. किसी को भी ग्रैप के नियमों का उल्लंघन करने की इजाजत नहीं है. 


नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम कहते हैं​ कि नोएडा में प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में है. हमने धूल और गंदगी को साफ करने के लिए एक मेगा रैली शुरू की है. हमने एक समय तय किया है और वरिष्ठ अधिकारियों को टाइम चार्ट दिया है. ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सब कुछ साफ है.



निर्माण गति​विधि पर रोक


उन्होंन कहा कि नोएडा अथॉरिटी में जितने भी एयर गन सभी काम कर रहे हैं. प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पानी का छिड़काव जारी है. हमने नोटिस दिया है और निर्माण गतिविधि रोक दी है. हम सभी नियमों और विनियमों का पालन कर रहे हैं. यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि जीआरएपी नियमों का भी पालन किया जाए. नियमों का उल्लंघन करने वाले हर एक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है. प्रशासनिक अधिकारियों से साफ शब्दों में बता दिया गया है कि वो किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरतें. ऐसा करने वाले ​अफसरों के खिलाफ भी करेंगे कार्रवाई. 


नियमों को उल्लंघन करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे


यह पूछे जाने पर कि ग्रैप-3 के नियमों का नोएडा में पालन नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि यहां पर पूरी तरह से ग्रैप पर अमल कराया जा रहा है. नियमों का उल्लंघन करने वालों पर 48 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा चुका है. सीईओ लोकेश एम ने कहा कि प्रदूषण निपटने क हर स्तर पर प्रयास जारी है. साथ ही इसे गंभीरता से लिया जा रहा है. वाटर गन ठीक हो गया है और काम कर रहा है.